अफगानिस्तान में फंसे हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के राहुल भी सुरक्षित भारत लौट आए हैं। आप को बता दें कि मंडी जिले के सरकाघाट के रोपा वार्ड का निवासी राहुल बराड़ी बुधवार की शाम सही सलामत अपने पैतृक घर पहुंचने पर मां ने अपने बेटे की आरती उतारी और स्वागत किया। वहीं राहुल की सात वर्षीय बेटी और पत्नी ने केक काटकर खुशी मनाई हैं।
जबकि स्वागत के लिए पड़ोसी व अन्य रिश्तेदार भी घर पर पहुंचे हुए थे। राहुल ने बताया कि फरवरी महीने में वह अफगानिस्तान गया था। वहां पर यूएसए की एक कंपनी में बतौर सिक्योरिटी गार्ड तैनात था। इसी दौरान वहां पर हालात बिगड़ गए और उन्होंने अपने ऑफिस ही शरण ली थी।
राहुल का कहना था कि जीना-मरना ऊपर वाले के हाथ में है। हमें हौसला रखना होता है। हालात सुधरे तो दोबारा अफगानिस्तान जाकर नौकरी करूंगा।
रोजाना गोलीबारी होती थी
वहां रोजाना गोलीबारी होती रही। बाहर जाते तो रात को वापस आने की कोई उम्मीद नहीं होती थी। वह कंपनी के ही दफ्तर में रूके रहे और 5 दिनों के लंबे इंतजार बाद हवाई अड्डे तक तालिबान के लड़ाकों द्वारा ही उन्हें 10 गाडिय़ों में अन्य भारतीयों के साथ एयरपोर्ट लाया गया। यूएस की कंपनी ने उन्हें अफगानिस्तान से निकालने के लिए सबसे पहले दुबई तक पहुंचाया। दुबई से लंदन और लंदन से कतर पहुंचे।
यहां से भारत के लिए फ्लाइट मिली जो पहले दिल्ली में रुकी और वहां से चंडीगढ़ पहुंचाया। राहुल ने कहा कि अब वह कभी भी अपने परिवार को छोडक़र विदेश नहीं जाएगा और अपने देश में ही काम करेगा। पिता के निजी स्कूल में उनकी मदद करेगा।
गौरतलब है कि इससे दो दिन पहले ही सरकाघाट के नवीन ठाकुर भी अफगानिस्तान से सही सलामत अपने घर पहुंचा है। घर आने के लिए इतने दिनों तक देश-विदेश में कई दिक्कतें झेलते हुए आखिरकार दोनों सकुशल अपने घर पहुंच गए हैं। पूरे परिवार ने मदद के लिए राज्य और केंद्र सरकारों का आभार जताया है