तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित को पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक का अतिरिक्त चार्ज सौंपा गया है। मौजूदा गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर का टैन्योर 22 अगस्त को पूरा हो चुका है। उनकी ज्वाइनिंग के साथ ही बदनौर की यहां से वापसी हो जाएगी। हालांकि अब नई नियुक्ति के साथ ही तय है कि अगले हफ्ते तक पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक नई जिम्मेदारी संभालेंगे।
President Ram Nath Kovind appoints Banwarilal Purohit, Governor of Tamil Nadu to discharge the functions of Governor of Punjab, in addition to his own duties from the date he assumes charge of the office of the Governor of Punjab, until regular arrangements are made.
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— ANI (@ANI) August 27, 2021
वीपी सिंह बदनौर ने चंडीगढ़ में कई योजनाएं दी हैं। सोलर पावर प्रोजेक्ट का उद्घाटन बदनौर ने ही किया था और साथ ही चंडीगढ़ पुलिस की कई ऑनलाइन सर्विसेस की शुरुआत की थी। चंडीगढ़ में पहली इलेक्ट्रिक बस की शुरुआत बदनौर ने ही की है।
आप को बता दें कि बनवारी लाल पुरोहित तमिलनाडु के 14वें गवर्नर हैं। 30 सितंबर 2017 को उन्हें राज्यपाल बनाया गया था और 6 अक्तूबर को उन्होंने पदभार संभाला था।
तीन बार कांग्रेस तो एक बार भाजपा से नागपुर से सांसद रह चुके हैं। 1978 में जब इंदिरा गांधी ने कांग्रेस इंदिरा को फॉर्म किया तो पुरोहित नागपुर ईस्ट विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए।
1980 में वे नागपुर से फिर चुने गए और साल 1982 में मंत्री बने। 1984 में 8वीं लोकसभा में वह कांग्रेस पार्टी के सदस्य चुने गए। कांग्रेस टिकट पर वह 1989 में फिर से चुने गए। भाजपा ने अयोध्या में जब राम मंदिर बनाने की मूवमेंट लांच की तो बनवारी लाल पुरोहित ने भाजपा ज्वाइन की और पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर 1991 में लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए थे।