पंचकूला में परमानेंट लाइसेंस बनाने के लिए ट्रेनिंग सर्टिफिकेट के नाम पर हजारों फीस जमा करवाने के सिस्टम को खत्म कर दिया है। अब आप को सिर्फ सरकारी फीस ही देनी होगी।
आप को बता दें कि इस साल मार्च महीने के पहले हफ्ते में ट्रांसपोर्ट विभाग ने लर्निंग लाइसेंस बनाने के बाद 21 दिन की ड्राइविंग ट्रेनिंग सर्टिफिकेट बनवाने के बाद ही परमानेंट लाइसेंस बनाने का प्रावधान था।
वहीं लोगों से निजी ड्राइविंग इंस्टीट्यूट की ओर से 2500 से 5500 रुपए तक चार्ज किया जा रहा था। लोगों की ओर से ट्रेनिंग में होने वाली धांधली की शिकायत पर सरकार ने इसे अब खारिज कर दिया है। एसडीएम पंचकूला डॉ. रिचा राठी ने बताया कि ट्रांसपोर्ट विभाग की नई नोटिफिकेशन के तहत 21 दिन के ड्राइविंग टेस्ट सर्टिफिकेट को अब खत्म कर दिया है। अब पहले की तरह ही लोग लर्निंग और परमानेंट लाइसेंस बनवा सकेंगे।
दोपहिया वाहन पर नहीं हुआ था लागू
दोपहिया वाहनों का लाइसेंस बनवाने वाले लोगों को कोई अतिरिक्त फीस नहीं देनी होगी। उन्हें पहले की तरह ही लर्निंग लाइसेंस के लिए 300 और परमानेंट लाइसेंस के लिए 980 रुपए देने होंगे। जबकि 40 साल से ज्यादा आयु के आवेदकों को 150 रुपए मेडिकल फीस देनी होगी। पंचकूला में भी लाइसेंस के लिए चंडीगढ़ की तर्ज पर ड्राइविंग ट्रैक बनाने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी विचार कर रहे हैं।
अब ये लगेंगी फीस…
चार पहिया वाहन के लर्निंग लाइसेंस बनाने के लिए 630 रुपए, रेडक्रॉस ट्रेनिंग फीस 300, लर्निंग टेस्ट 118 और परमानेंट लाइसेंस फीस 1280 रुपए होगी। जबकि 40 साल से ज्यादा आयु वाले आवेदकों को मेडिकल टेस्ट करवाना होगा और उसके लिए उन्हें 150 रुपए की मेडिकल फीस देनी होगी।
पंचकूला में कितने लोग महीने में लाइसेंस बनवाते हैं
आप को बता दें कि डीसी ऑफिस स्थित सरल केंद्र में रोजाना 100 से 125 के करीब लोग लाइसेंस के लिए अप्लाई करते हैं, वहीं महीने में करीब 5000 लोग लाइसेंस बनवाते हैं।