मोहाली समेत पूरे पंजाब की वेंटीलेटर पर चल रही इंडस्ट्री को अब प्रोग्रेसिव पंजाब पर राहत की उम्मीद है। क्योंकि कोरोना काल के दो सालों में इडस्ट्री को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में सरकार की कोशिश है दो दिववीय प्रोग्रेसिव पंजाब समिट करवाकर राज्य में निवेेश के दरवाजे खोले जाए। जिससे आने वाले विधानसभा चुनाव में कैश किया जाए। इसके लिए सरकार ने ताकत झोंक रखी है।
जानकारी के मुताबिक कोरोना महामारी के बीच बीते 2 साल के दौरान लोगों द्वारा की जाने वाली खरीदारी की मांग में कमी आई है, जिसका असर यह हुआ कि कंपनियों के अंदर भारी संख्या में कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ तक गंवाना पड़ा। दूसरी ओर, प्रोग्रेसिव पंजाब के माध्यम से मोहाली सहित पूरे पंजाब की इंडस्ट्री इस जुगत में लगी है कि नए इन्वेस्टरों के साथ-साथ प्रदेश के अंदर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। वहीं, पंजाब की चन्नी सरकार भी कोशिश में लगी हुई है कि अधिक से अधिक एमओयू साइन करके इंडस्ट्री के अंदर माहौल को सरल और साधारण किया जाए, तांकि बड़ी कंपनियों के साथ होने वाले एमओयू के बाद विभाग द्वारा दी जाने वाली मंजूरियों पर काम तेजी से शुरू किया जा सकें। एमएसएमई इंडस्ट्री को 26 व 27 अक्तूबर को होने वाले प्रोग्रेसिव पंजाब समिट से बड़े निवेश की उम्मीदें जुड़ी हुई है, क्योंकि कोरोना महामारी के बीते 2 साल से इंडस्ट्री लगातार घाटे में चल रही है। वहीं, बड़े निवेश की ताक में बैठी मोहाली इंडस्ट्री को उम्मीद जगी है कि इस बार उन्हें बड़े निवेश के साथ-साथ बड़े ऑडर््र मिलने की संभावना है, जिससे स्थानीय एमएसएमई इंडस्ट्री के अंदर युवाओं के निए रोजगार के नए अवसर प्रदान होंगे।
इंडस्ट्री को मिलेगा पूरा फायदा
हमारी इंडस्ट्री की तरफ से तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है और हमें पूरी उम्मीद है कि प्रोग्रेसिव पंजाब समिट में बड़ा निवेश पंजाब के अंदर होगा, जिससे कोरोना महामारी के दौरान अपनी नौकरी से हाथ गंवा चुके युवाओं के लिए रोजगार को लेकर नए अवसर पैदा होंगे।