चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव के लिए आज वोटिंग की गयी। भाजपा, आप और कांग्रेस के चुने गए पार्षदों द्वारा वोटिंग की गयी। जहा एक तरफ भाजपा और आप के बीच जोरदार मुकाबला था वही कांग्रेस पार्टी से जीते सात पार्षद और अकाली दल का एक पार्षद वोट करने के लिए हे नहीं पहुंचे।
वोटों की गिनती के दौरान बड़ी हलचल बानी रही। 5 वोटों को अलग रखा गया। भाजपा और आम आदमी पार्टी के माथे पर चिंता की लकीरें दिखने लगी। आखिर भाजपा ने चंडीगढ़ नगर निगम का मेयर चुनाव जीत लिया और सरबजीत कौर को मेयर चुना गया। भाजपा को 14 मत मिले और आप पार्टी को 13। वही आप पार्टी के एक वोट को ख़ारिज कर दिया गया।
आम आदमी पार्टी की एक वोट बाहर निकलने पर। पार्टी के पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव अधिकारियों ने कहा कि बैलेट पेपर फटा हुआ है, इस कारन एक वोट को खारिज कर दिया गया। इस पर आप पार्षदों ने हंगामा किया कि जब पेपर फटा हुआ था तो उसे आम आदमी पार्टी के पार्षद को दिया क्यों गया.?
मेयर की कुर्सी के पीछे ही आम आदमी पार्टी के सभी पार्षद धरने पर बैठ गए हैं। डीसी विनय प्रताप सिंह को भी मौके पर रोक लिया गया है। नगर निगम के अंदर मार्शल बुलाए गए हैं। धक्का-मुक्की जारी है। आप की पार्षद भी मेयर के बगल की कुर्सी पर बैठीं।