पंचकूला के साथ साथ ट्राईसिटी में रहने वाले लोगों को लिए इस बार दशहरा पंचकूला में खास होगा। दुनिया के सबसे ऊंचे 210 फुट ‘रावण’ के पुतले का दहन 19 ऑक्टूबर को पंचकूला सेक्टर-5, शालीमार ग्राउंड में होगा। विशालकाय पुतले का निर्माण राणा तेजिंद्र सिंह चौहान संस्थापक अध्यक्ष श्री रामलीला क्लब बराड़ा ने अपने साथियों के साथ किया है। 210 फुट ऊंचे रावण की विशेषता यह है कि इसकी ऊंचाई दिल्ली में बनी कुतुब मीनार के आसपास ही है। कुतुबमीनार की ऊंचाई 238 फुट है जबकि इस लंकेश के पुतले की ऊंचाई 210 फुट है। पिछले कुछ वर्षो से दुनिया के सबसे ऊंचे पुतले का दहन हरियाणा के बराड़ा जिले में किया जाता था। चौहान का कहा कि इस बार उन्हें पंचकूला में विशालकाय रावण का पुतला तैयार करने का अवसर प्राप्त हुआ।
30 लाख की लागत से तैयार होगा पुतला
राणा तेजिंद्र सिंह चौहान ने बताया की दुनिया के सबसे ऊंचे 210 फुट ‘रावण’ के पुतले को बनाने में करीब 30 लाख की लागत लगेगी। पुतले में लगाए गए पटाखे ख़ास तोर पर शिवा कशी, तमिल नाडु से मंगवाए गए है। इन इको-फ्रिन्ड्ली पटाखों की खासियत ये है कि यह बाकियो से कम प्रदुषण पैदा करते है।
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एेसे शुरू हुआ था ऊंचाई छूने का सफर
राणा तेजिंद्र सिंह पिछले 31 वर्षो से विशालकाय रावण बना रहे है। तेजेंद्र चौहान ने बताया कि उन्हें बचपन से ही रावण का पुतला बनाने का शौक था। वह खुद पुतले को बनाकर बच्चों के साथ दशहरे के दिन जलाते थे। बड़ा पुतला बनाने का उनका शौक 1987 में पूरा हुआ, जब उन्होंने अपने खर्च से 20 फीट का पुतला बनाया था। श्रीरामलीला क्लब के खाते में दुनिया के सबसे बड़े रावण के पुतले का नाम पांच बार लिम्का बुक में दर्ज हो चुके हैं।
श्री माता मनसा देवी ट्रस्ट, पंचकूला के चेयरमैन विष्णु गोयल, जनरल सैक्ट्री संदीप गुप्ता, प्रेजिडेंट सतपाल गर्ग, सीनियर वाइस प्रेजिडेंट नवराज मित्तल की देख-रेख में सेक्टर-5 शालीमारत ग्राउंड में दश्हरा का आयोजन किया जाएगा। चेयरमैन विष्णु गोयल ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन मुख्य अतिथि महामहिम राज्यपाल सत्यदेव आर्य एवं प्रेमचंद जी संघ प्रचारक के सानिध्य में होगा। जबकि विशिष्ट अतिथि जीबीपी ग्रुप के अनुपम गुप्ता, ईसी ब्लेड्स के चेयरमैन दिनेश अरोड़ा, केमिकल रिसोर्सेज के चेयरमैन पवन गोयल, ज्ञान चंद गुप्ता विधायक पंचकूला, संपूर्णानंद जी ब्रह्मचारी मौजूद रहेंगे।
नगर सुधार सभा, पंचकूला के चेयरमैन तरसेम गर्ग का कहना है कि पंचकूला में पहली बार इतना विशालकाय लंकेश का पुतला बनाया गया है जो शहर की शोभा में दशहरे पर चार चांद लगा देगा।