अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ, जिसके पूरे देशभर में 3.20 लाख से ज्यादा बैंक कर्मचारी सदस्य हैं, ने आज पंजाब नेशनल बैंक, बैंक स्कवेर, सैक्टर – 17, चंडीगढ़ में दिन भर भारी प्रदर्शन किया, जिसमें 1000 से अधिक बैंक अधिकारियों ने हिस्सा लिया और इनहोने Charter of Demand के अंतर्गत स्केल -VII तक के अधिकारियों की काफी समय से लंबित वेतन बढ़ोत्तरी और पाँच कार्यदिवस की माँग को तुरंत प्रभाव से लागू करने की बात राखी और तृतीय पक्ष के उत्पादों की गलत बिक्री को रोकना, NPA रिकवरी करना, बैंक के वास्तविक कार्य को करना, और बैंकों के विलय के विरोध में प्रदर्शन किया । इस मौके पर कॉमरेड दीपक शर्मा, संयुक्त महा सचिव, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ, ने वेतन वृधी में देरी के लिए कड़े शब्दों में सरकार ओर भारतीय बैंकिंग संघ की निंदा की जो की नवम्बर 2017 से होनी चाहिए थी और उन्होने Charter of Demand के अंतर्गत स्केल -VII तक के अधिकारियों की तुरंत प्रभाव से वेतन वृधी की माँग की है । उन्होने तुरंत पाँच कार्यदिवस को भी अमल में लाने की बात कही । इनहोने आगे कहा की अपनी मांगों को मनवाने के लिए बैंक अधिकारी 21 दिसम्बर 2018 को 24 घंटे की हड़ताल पर रहेंगे ।
इस मौके पर बोलते हुए कॉमरेड टी एस साग्गू, राज्य सचिव, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी संघ, ने कड़े शब्दों सरकार की बैंकों के विलय की नीति की निंदा की और कहा की एक तरफ तो सरकार नए बैंकों के लाईसेंस जारी कर रही है ओर दूसरी तरफ कमज़ोर बैंक क नाम पर PSB बैंकों का विलय कर रही है । उन्होने बताया की लगभग सभी Public Sector bank परिचालन मुनाफे में हैं और प्रावधानों की वजह से कुल घाटे में है । सरकार बड़े कॉर्पोरेट दोषियों से पूर्ति करने में गंभीर नहीं है ओर नाही कोई शख्त कानून बनाया जा रहा है जिस से इन कॉर्पोरेट से ऋण की वसूली की जा सके । इनहोने आगे कहा की 21 दिसम्बर को होने वाली 24 घंटे की प्रस्तावित हड़ताल में भारी प्रदर्शन कार्यक्रम सभी मुख्य कार्यालय और जिला मुख्यालय में किए जायेंगे, अपनी मांगों के पक्ष मे चिन्ह पहनना, सभी शाखा, कार्यालय, रेल्वे स्टेशन, बस स्टैंड, मे पोस्टर्स लगाना शामिल है और लंच के समय और शाम को रैली करना शामिल है सभी शाखा, कार्यालय और दिल्ली में केंद्रीकृत और सभी राज्यों की राजधानी में धरना और ज्ञापन सौपना शामिल है ।