पंजाब सरकार पिछले काफी समय से पराली जलाने पर रोक लगाने के अलग-अलग प्रयास कर चुकी है। किसानों को पराली जलाने से होने वाले नुकसानों के प्रति जागरूक कर चुकी है। बावजूद इसके खेतों में किसानों द्वारा पराली जलाने के मामले और अधिक बढ़ते जा रहे है। अब तक 12,027 पराली जलाने के मामले रिकॉर्ड किये गए जो कि पिछले साल से भी कहीं ज्यादा है। हरियाणा में भी अंधाधुंध पराली जलाई जा रहीं है।
पंजाब सरकार ये दावा कर रही है कि पराली जलाने के मामलों में कमी आई है लेकिन राज्य में बहुत सी जगाहों में अभी भी पराली जलाई जा रहीं है। जिससे वहां का वातावरण दम घौटने वाला है। यदि पराली जलाने के मामलों पर रोक नहीं लगाई गई तो राज्य में रहने वाले लोगों को कई तरह की जानलेवा बिमारियों का खतरा भी हो सकता है।