संगरूर के चंगालीवाला गांव के रहने वाले जगमेल सिंह को कुछ दरिंदों ने बुरी तरह से पीटा था। इन दरिंदों की हैवानियत इस कदर थी कि पीटने के बाद आरोपियों ने पीड़ित जगमेल सिंह का मांस प्लास से बुरी तरह से नोच दिया था। जिसके बाद उसे पीजीआई लाने पर उसके पैर काटने पड़े। शरीर में इंफेक्शन फैल जाने के कारण जगमेल ने शुक्रवार रात हॉस्पिटल में ही दम तोड़ दिया। जिसके बाद उसके परिवार में मामत सा छा गया।
जगमेल सिंह की मृत्यु के बाद इंसाफ पाने की आस में उसकी पत्नी मनजीत कौर पीजीआई में धरने पर बैठ गई। लेकिन अभी तक उन्हें इंसाफ के झूठे दावों के इलावा कुछ नहीं मिला है।
अब यह हत्याकांड राजनीतिक रंग लेने लगा है। जिस कारण सामाजिक सुरक्षा मंत्री साधु सिंह धर्मसोत पीडि़त के परिवार से मिलने पहुंचे जहां उन्होंने पीडि़त परिवार को आठ लाख रूपये की मदद देने का आसवासन दिया। वहीं पीड़ित के परिवार का कहना है कि एससी एक्ट के मुताबिक पीडि़त को आठ लाख का मुआवजा देने का प्रावधान पहले से ही है। तो सरकार ने उनकी इसमें क्या मदद की ।
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पीड़ित परिवार ने किया जगमेल के अंतिम संस्कार से इन्कार कहा पहले सीएम से मिलेंगे
पीड़ित के परिवार की मांग है कि हमला करने वाले आरोपियों, मामला देरी से दर्ज करने वाली पुलिस और इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कर सख्त कार्यवाही की जाए। जिस पर प्रशासन का कहना है कि सीएम के विदेशी दौरे से आने के बाद ही कार्यवाही की जाएगी। लेकिन पीड़ित परिवार ने जगमेल के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार से मना कर दिया है। उनका कहना है कि जब मुख्यमंत्री विदेशी दौरे से वापिस आ जाएगें। तभी वह जगमेल सिंह का अंतिम संस्कार करेंगे।
सीएम ने दिए सख्त कार्यवाही के आदेश
विदेश दौरो पर गए मुख्यमंत्री कैप्टन अंमरिंदर सिंह ने मुख्य सविच करन अवतार सिंह और डीजीपी दिनकर गुप्ता से केस की पूरी जानकारी हासिल की। जिसके बाद उन्होंने कहा की यह एक दिन दहलाने वाला एक गंभीर अपराध है। जिसके बाद आरोपियों के साथ किसी भी तरह की कोई नर्मी नहीं बरती जाएगी, और उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा दी जाएगी।