नाभा जेल ब्रेक के असली मास्टर माइंड रमनजीत सिंह उर्फ रोमी को हांगकांग से प्रत्र्यपण कर भारत लाने के लिए पंजाब पुलिस द्वारा किए गए प्रयासों को सफलता मिल गई है।
दरअसल रमनजीत सिंह रोमी भारत में नशे का बड़ा कारोबारी है। जो कि अन्य कई अपराधों में वांटेड है। नाभा जेल ब्रेक का असली मास्टमांइड भी रोमी ही है।
जिसने 27 नवंबर, 2016 को कुछ अपराधियों के भेजकर नाभा जेल में अंधाधुंध गोलियां चलवाई। जिससे जेल में बंद गैंगस्टर विक्की गौंडर, गुरप्रीत सेखों, अमन धोनियां, नीटा देयोल के अलावा दो आतंकवादियों जिनमें मिंटू और कश्मीर सिंह गलवड्डी को जेल से भगाने में सफल हो गए। रोमी ने उन्हें जेल से भगाने के साथ-साथ वित्तीय मदद भी की थी।
मामले के आरोपी का पता चलने के बाद रोमी को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन जमानत मिलने पर वह हांगकांग भाग गया था। जहां रोमी को फरवरी 2018 में हांगकांग में गिरफ्तार कर लिया गया था।
इसके अवाला भी रोमी पर कई मामलों के केस दर्ज है। जिनमें डकैती, फिरोती जैसे कई अपराध शामिल है।
पंजाब पुलिस को मिली सफलता
रोमी के भारत से हांगकांग भाग जाने के बाद तथा हांगकांग पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लेने के बाद से ही पंजाब पुलिस रोमी के हांगकांग से भारत प्रत्यर्पण की कोशिशे कर रही है।
जून 2018 में पंजाब पुलिस की एक टीम पैरवी करने के लिए हांगकांग पहुंची। पैरवी करने के लिए आईजी(काउंटर इंटेलिजेंस) गुरमीत सिंह चौहान, हरविंदर सिंह विर्क और जिला अटर्नी संजीव गुप्ता की टीम हांगकांग गई। पंजाब पुलिस ने मजबूत केस तैयार किया और हांगकांग कोर्ट से बातचीत की।
अब हांगकांग ईस्टर्न कोर्ट ने भारत सरकार को प्रत्यर्पण की इजाजत दे दी है। हांलाकि हाईकोर्ट ने रोमी को 30 दिन में अपील करने की मोहलत दी है। रोमी को हांगकांग से भारत लाने में एक महीने का समय लगेगा।