चण्डीगढ़। शहर में बीते सोमवार को सेक्टर-5 में पास के जंगल से एक तेंदुआ घुस आया था। जिसे वन विभाग ने काबू कर मोरनी के जंगलों में छोड़ दिया था। इसके अगले ही दिन फिर के शहर के सेक्टर-44 में तेंदुआ देखें जाने की घटना सामने आई थी लेकिन वन विभाग व पुलिस की जांच में सेक्टर में कहीं भी तेंदुआ होने की पुष्टि नहीं हो पाई थी।
हालांकि उस दिन तेंदुए के खौफ के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकले। जिससे कर्फ्यू के दौरान ड्यूटी पर लगी पुलिस का काम काफी आसान हो गया। जिस पर चण्डीगढ़ के एडवाइजर मनोज पारिदा ने अपने ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए शहर की जनता से पूछा की बताइए की, “कौन बेहतर कर्फ्यू लागू कर सकता है?” तेंदुआ या पुलिस।
Who can enforce curfew better ,leopard or police?☺😊☺😊
— Manoj Parida.IAS (@ManojPa47203819) April 1, 2020
जिस पर लोगों ने भी तुरंत प्रतिक्रिया दिखाते हुए मजाकिया अंदाज में अलग-अलग तरह के जवाव दिए, जिनमें से एक ने लिखा “मेरे सेक्टर में 4 आंटी को उनकी शाम की सैर पर जाने से कोई नहीं रोक सकता”।
None can stop the 4 aunties in my sector for going on their evening walk post sunset 😣
— RD (@DhirRahat) April 1, 2020
जबकि कई ने चंडीगढ़ पुलिस द्वारा किए जा रहे काम की सराहना की अन्य लोगों ने सोचा कि तेंदुए का डर लोगों को घर के अंदर रखने में अधिक प्रभावी था।