चण्डीगढ़। शहर में बढ़ते कोरोना के केसों को मद्देनजर रखते हुए, यूटी पुलिस द्वारा और अधिक सख्ती बरती जा रही है। अब शहर में मोहाली-पंचकूला के लोगों को भी दाखिल नहीं होने दिया जाएगा।
यदि कोई भी चण्डीगढ़ एंट्री करता है तो उसे 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन करना आवश्यक है। शहर के बाॅर्डर पर पुलिस तैनात कर दी गई है जो पंचकूला-मोहाली के लोगों के चण्डीगढ़ में एंट्री करने से पहले उनका कर्फ्यू पास चैक करेगी। यदि कोई व्यक्ति बिना कर्फ्यू पास के शहर में एंट्री करेगा तो उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाएगा।
अब तक 15 लोग किए जा चुके क्वारंटाइन
ये मुहिम शहर में लागू होते ही तुरंत पुलिस भी हरकत में आ गई और उन्होंने बिना पास के लोगों को क्वारंटाइन कर दिया। सेक्टर-37 सी के निवासी गगनदीप सिंह जब खरड़ के सन्नी एंक्लेव से चण्डीगढ़ में दाखिल हुआ तो पुलिस द्वारा उसे घर पहुंचकर उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाईन कर दिया गया।
ऐसे ही गांव धनास के मकान नंबर 25/1 निवासी कमला देवी जब खरड़ के शिवजोत एंक्लेव से चंडीगढ़ पहुंची तो हेल्थ विभाग ने उन्हें भी 14 दिनों के होम क्वारैंटाइन के लिए भेज दिया।
ऐसे ही PGI की एक नर्स सुनिया की छुट्टी थी लेकिन वह फरीदकोट स्थित अपने घर पहुंच गई जबकि वह शहर से बाहर नहीं जा सकती थी। नर्स को रास्ते में ही पलसौरा के बैरियर पर पुलिस द्वारा रोक लिया गया। जहां नर्स सोनिया ने अपना कर्फ्यू पास व आधार कार्ड भी पुलिस को दिखाया। जिससे उसकी पोल खुल गई। इसके बावजूद हेल्थ विभाग की टीम ने नर्स को PGI के नवोदय हॉस्टल में ही अगले 14 दिनों के लिए क्वारैंटाइन कर दिया है। अब इसकी रिपोर्ट बनाकर PGI प्रशासन को दी जा रही है।