चण्डीगढ़। कोरोना के इलाज के लिए PGI में वैक्सीन तैयार की जा रही है। जिसका पहले चरण का ट्रायल सफल हो गया है। लेकिन वैक्सीन को तैयार होने में अभी 3 महीने तक का समय लग सकता है। जिसके लिए वैक्सीन को कई चरणों से गुजरना होगा, पूरी तरह सफल होने के बाद ही वैक्सीन को कोरोना संक्रमित लोगों पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।
वैक्सीन का ट्रायल 40 मरीजों पर लेने के लिए इजाजद दे दी गई हैं। PGI चंडीगढ़, एम्स दिल्ली और एम्स भोपाल 40 लोगों पर करेंगे इसका ट्रायल किया जायेगा। PGI डायरेक्ट प्रो. जगतराम ने बताया कि ट्रायल पूरा होने में 3 से 6 महीने का समय लगता है। उम्मीद है कि PGI इसे तीन महीने में पूरा कर लेगा।
प्रो. जगतराम ने बताया कि (MW) वैक्सीन इम्युनो मोड्यूलेटर की श्रेणी में आती है। जिसके प्रयोग से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कोरोना के मरीजों में कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता को इस वैक्सीन की मदद से तेजी से मजबूत करने में मदद मिलेगी। इसलिए वैक्सीन के ट्रायल के लिए कोरोना के ऐसे मरीजों का चयन किया गया है जिनकी स्थिति बेहद गंभीर है, ताकि इसके प्रभाव का सही आंकलन किया जा सके।