डेरा सच्चा सौदा बाबा के समर्थक लाखो की तादाद में पंचकूला पहुँच चुके है । कई किलोमीटर तक खुली सड़कों पर और पार्कों के साथ साथ जहाँ तक नज़र दौड़ाएं डेरा समर्थक ही डेरा जमाये नज़र आ रहे है।
सिरसा के डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम पर लगे साध्वी यौन शोषण मामले में 25 अगस्त को पंचकुला स्थित हरियाणा की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में फैसला लिया जाना है। ऐसे में डेरा समर्थकों के संभावित प्रदर्शन से निपटने के लिए पंजाब- हरियाणा और चंडीगढ़ स्टेट की पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दी गई है।
वहीँ पंचकुला के सेक्टर 23 के डेरा सच्चा सौदा के नाम चर्चा घर में भारी तादाद में लोगों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। ये लोग हरियाणा, पंजाब व आसपास के कई राज्यों से पंचकुला के नाम चर्चा घर में पहुंच रहे हैं।
पंचकूला सीबीआई कोर्ट और सेक्टर 1 की किलेबंदी कर दी गयी है और करीब 43 जगह हैवी बैरिकेडिंग कर पूरा शहर सील कर दिया गया है। चप्पे चप्पे पर पैरामिलिट्री फ़ोर्स और पुलिस तैनात है।हर जगह ड्रोन कैमरा की मदद से कड़ी नज़र राखी जा रही है। उम्मीद की जा रही है की आज रात तक डेरा समर्थको की तादाद और भाड़ जाएगी।
हरियाणा के सभी जिलों में धारा-144 लागू
हरियाणा के सभी जिलों में धारा- 144 लागू कर दी गई है। इसके के तहत अब किसी भी प्रकार का हथियार या असला रखना प्रतिबंधित हैं। गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राम निवास ने बताया कि डेरा प्रेमियों के नाम जो चर्चा घर हैं वहां पर संपर्क किया गया है और वहां किसी भी प्रकार का लाठी, डंडा जैसी कोई भी चीज रखना प्रतिबंधित किया गया है।
कौन है बाबा रामरहीम
डेरा सच्चा सौदा की स्थापना 1948 में शाह मस्ताना महाराज ने की थी। शाह मस्ताना महाराज के बाद डेरा के गद्दीनशीन शाह सतनाम महाराज बने और उन्होंने 1990 में अपने अनुयायी संत गुरमीत सिंह को गद्दी सौंपी। संत गुरमीत का नाम संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसां कर दिया गया। संत गुरमीत मूल रूप से राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के गांव गुरुसरमोडिया के रहने वाले हैं।