चण्डीगढ़। शहर के सेक्टर-26 में पिछलें कई सालों से बसी मंडी को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण सेक्टर-17 के बस स्टैंड में अस्थाई तौर पर शिफ्ट कर दिया गया था। लेकिन अब सीटीयू द्वारा लोकल व लोन्ग रूट की बसें दोबारा से चला दी गई हैं। जिस कारण सेक्टर-17 बस स्टैंड में लगाई गई मंडी को हटाने का विचार किया जा रहा है।
लेकिन ये मंडी दोबारा सेक्टर-26 मंडी में ले जाने के बजाए सेक्टर-39 में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। जिसके लिए चण्डीगढ़ के एडवाइजर मनोज पारिदा ने बुधवार को सेक्टर-39 का दौरा किया। एडवाइजर अन्य अधिकारियों के साथ सेक्टर-39 पहुंचे और करीब 1 घंटे तक जगह का दौरा किया। अब बस देखना यह है कि मंडी को सेक्टर-26 ले जाया जाता है या फिर 39 में शिफ्ट किया जाता है।
इसी के साथ वह सेक्टर-26 मंडी में पहंुचे तथा वहां का वर्तमान स्थिति का भी जायजा लिया। इस दौरान यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर वह अन्य सुविधाओं को देखा गया। एडवाइजर के साथ फाइनेंस सेक्रेटरी अजॉय कुमार सिन्हा, डीसी मनदीप बराड़, चीफ आर्किटेक्ट कपिल सेतिया व अन्य अफसर मौजूद रहे।
मंडी को डेवलप करने के लिए बनाया 100 करोड़ का प्रपोजल
मंडी को डेवलप करने के लिए प्रशासन ने 100 करोड़ रुपए का प्रपोजल बनाया है। मंडी का काम को करने के लिए योजनाओं के तहत काफी बारीकी के कार्य किया जा रहा हैं जिस कारण कई बार मंडी के नक्शे में बदलाव हो चुके हैं और अभी तक नक्शा ही तय नहीं हाे पाया है।
मंडी में बैठे आढ़तियों से ली जाए सलाह
सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रेसिडेंट दिग्विजय कपूर ने कहा कि हम यह चाहते हैं कि सेक्टर 39 में अलॉटमेंट को लेकर जो फैसला लिया जाए उसे फाइनल करने से पहले आढ़तियों से सलाह ली जाए। ऐसा न हो की कहीं किसी का हक उसे न मिले। इस समय मंडी में करीब 170 आढ़ती काम कर रहे है। जिसके लिए सब्जी मंडी को बार-बार शिफ्ट किया जाना मुश्किल है। इसलिए इनके लिए प्लेटफाॅर्म तैयार किया जाना चाहिए ताकि उनका नुकसान न हो।