चण्डीगढ़। पंजाब विश्वविद्यालय (PU) में पढ़ने वाले छात्र अपनी परिक्षाओं को लेकर पिछले काफी समय से परेशान थे क्योंकि PU द्वारा कुछ समय पहले फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा जुलाई में हर हाल में लेने का एलान किया गया था।
लेकिन PU के प्रो.करमजीत सिंह रजिस्ट्रार का कहना है कि परीक्षा को लेकर PU में UGC की गाइड लाइन के मुताबिक ही काम किया जाएगा। UGC यदि परीक्षा नहीं कराने के लिए कहेगी तो PU भी वही करेगा। यदि परीक्षा कराने की गाइड लाइन जारी होती है तो परीक्षा होगी।
PU द्वारा जुलाई में फाईनल ईयर की लिए जाने कारण छात्रों में परीक्षा को लेकर काफी परेशानी खड़ी हो गई थी क्योंकि PU में न लोकल छात्रों के इलावा दूसरे कई राज्यों से छात्र पढ़ने के लिए आते हैं। लाॅकडाउन के कारण इस समय सभी अपने-अपने घर में हैं और ट्रांसर्पोटेशन की सुविधा न होने के कारण उनका परीक्षा देने के लिए PU आ पाना मुश्किल है।
ऐसे में यदि वह किसी तरह परीक्षा देने के लिए शहर आ भी जाते है तो छात्रों का कहना है कि PU कोरोना संक्रमण के कारण 20 मार्च से ही बंद कर दिया गया था। उसके बाद उनकी कोई क्लास नहीं लगी और न ही सभी बच्चे ऑनलाइन क्लास लगा सके। जिस कारण उनका सलेब्स पूरा नहीं हो पाया है। छात्रों ने कहा कि परीक्षाएं तभी करवाई जाएं जब दो से तीन सप्ताह तक PU में कक्षाएं लगें।
UGC ने सुझाव दिया था कि विश्वविद्यालय अपने स्तर से विद्यार्थियों को बिना एग्जाम के प्रमोट कर सकते हैं। यह बात भी PU ने नहीं मानी। लेकिन अब PU को लग रहा है की कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण जुलाई में परीक्षा कराना संभव नहीं हो पाएगा और यदि अगस्त व सितंबर में परीक्षाएं हुईं तो शैक्षिक सत्र लेट हो जाएगा। ऐसे में नए एडमिशन प्रभावित होंगे। यदि सीटें खाली रहीं तो PU के सामने एक और संकट खड़ा होगा।
ऐसे में PU ने यह स्पष्ट कर दिया कि परीक्षा को लेकर UGC की जो गाइड लाइन जारी होंगी PU उसका पालन करेगा। अब PU यूजीसी की नई गाइडलाइन का इंतजार कर रहा है।