चण्डीगढ़। शहर मे कोरोना के मरीजों को आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। साथ ही इन मरीजों में कोरोना वायरस के कारण मानसिक तनाव पैदा हो रहा है। जिस कारण कई तरह के मामले सामने आ रहे है। जिनमें कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के कारण घबराकर लोग तनाव में आकर सुसाइड कर रहे है। ऐसी ही एक घटना रविवार को सेक्टर-32 के सरकारी हॉस्पिटल में घटी जहां कोरोना के एक वृद्ध मरीज ने तनाव में आकर हॉस्पिटल की पांचवी मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली।
जिसके बाद हॉस्टिपल के डायरेक्टर प्रिंसिपल द्वारा सोमवार को हॉस्पिटल के अन्य स्टाफ के साथ हुई मीटिंग में फैसला लिया कि कोरोना मरीजों के इलाज के साथ-साथ उनकी काउंसलिंग की जानी भी जरूरी है। ताकि उनके मन से कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के कारण जो डर पैदा हुआ है उसके कम किया जा सके।
रखी जाएगी मरीजों के हाव-भाव पर नजर
अब से सेक्टर-32 के हॉस्पिटल में मरीजों के हाव-भाव पर डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्य टीम द्वारा नजर रखी जाएगी। अस्पताल में भर्ती मरीजों को मोटिवेट करने का प्रयास किया जाएगा। इससे मरीजों को जल्दी स्वस्थ होने में भी मदद मिल सकेगी। नर्सिंग स्टाफ उन्हें योग, मेडिटेशन और एक्सरसाइज के बारे में बताएंगे, जिससे वे अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान व्यस्त रहें और उनकी मानसिक स्थिति मजबूत बनी रहे।
डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ. बीएस चवन ने इसके लिए पैरामेडिकल स्टाफ को निर्देश जारी किए। ताकि मरीजों के प्रति और अधिक सजग होकर सर्तकता से साथ उनके इलाज के साथ-साथ उनके तनाव को कम करने के लिए उन्हें अन्य गतिविधियों के व्यस्त रखें।