चण्डीगढ़। सूद भवन की नोडल अफसर श्रेया द्वारा पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई गई थी जिसमें उन्होंने बताया कि सेक्टर-22 में बनाए गए कोविड-19 सेंटर से एक कोरोना पॉजिटिव मरीज फरार हो गया। मरीज की पहचान उत्तराखंड का निवासी मोहम्मद आरिफ के नाम से बताई गई।
जिसे कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव पाया गया था वह हॉस्पिटल में एडमिट था, जहां से उसे सेक्टर-22 की सूद धर्मशाला में शिफ्ट कर दिया गया था। जहां उसे क्वारंटाइन किया गया था लेकिन वह दिन के समय वहां से फरार हो गया। कोरोना पॉजिटिव मरीज के फरार हो जाने की सूचना मिलने पर सूद धर्मशाला स्टाफ ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस ने सेक्टर 17 पुलिस स्टेशन में कोविद रोगी के खिलाफ IPC की धारा 269 (लापरवाही से जीवन के लिए खतरनाक बीमारी फैलने की संभावना) और 270 (घातक बीमारी जीवन के लिए खतरनाक बीमारी फैलने की संभावना है) के तहत मामला दर्ज किया है और फरार कोरोना पॉजिटिव मरीज की तलाश शुरू कर दी। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को रुड़की से गिरफ्तार किया।
जानिये पूरा मामला
दरअसल मोहम्मद आरिफ अपनी पत्नी के चेक-अप के लिए चंडीगढ़ आया था। डॉक्टरों ने उसकी पत्नी का टेस्ट किया जिसमे वह कोरोना पॉजिटिव पायी गयी जिसके बाद मोहम्मद आरिफ का टेस्ट किया गया तथा वह भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया, मोहम्मद को सूद धर्मशाला में रखा गया था।
उसके बाद आरिफ की पत्नी का दूसरा टेस्ट किया गया जिसमे वह नेगेटिव पायी गयी तो उसे घर वापिस भेज दिया गया। हालांकि, उनका बच्चा बीमार पड़ गया, जिसके कारण उन्हें उत्तराखंड के रुड़की के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आरिफ अपने अस्पताल में भर्ती बच्चे को देखना चाहता था, लेकिन उसे निकलने नहीं दिया गया। 8 अगस्त को, वह कोविद देखभाल केंद्र से भाग गया। केंद्र के कर्मचारियों को बाद में पता चला कि एक मरीज लापता था, जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया था। सूद धर्मशाला में नोडल अधिकारी श्रेया ने शिकायत दर्ज कराई थी ।
पुलिस की एक टीम ने रुड़की जाकर आरिफ को गिरफ्तार कर लिया। उसे वहां की अदालत में पेश किया गया और जमानत पर रिहा कर दिया गया।