पंचकूला। पायलेट प्रोजेक्ट के आधार पर पंचकूला में 51 गांवों में कोविड वाटिका बनाई जाएगी। पंचकूला में फॉरेस्ट एरिया को बढ़ाने के लिए अभियान चलाया गया है। जिसके तहत जिले में लगभग 7 लाख पौधे लगाए जाएंगें। इससे पंचकूला ग्रीनरी बढऩे के साथ-साथ पर्यावरण स्तर भी अच्छा होगा। जिससे प्रदूषण के स्तर मेंं गिरावट आएगी।
ये पौधे मोरनी हिल्स, पंचकूला के गांव व शहर के साथ -साथ घग्गर नदी के किनारों सहित पंचकूला के गांवों के स्कूल, सार्वजनिक स्थल, खाली पड़ी जमीन पर लगाएं जाएंगें। प्रशासन का लक्ष्य है कि अगले 3 वर्षों में पंचकूला में फॉरेस्ट एरिया 7 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक किया जाए।
जिले में नदी परियोजनाओं को लक्षित कर प्रदेश में वनों के अधीन क्षेत्र को बढ़ाने का भी विजन शुरू किया गया है। इसमें मुख्य रूप से शहरी क्षेत्र में नगर वन स्थापित करना, स्कूल नर्सरी स्कीम, 20 सूत्रीय कार्यक्रम के तहत पौधरोपण, नदियों का वनों के माध्यम से संरक्षण, मृदा नमी संरक्षण के लिए लिडार टेक्नोलॉजी का उपयोग और किसानों को लकड़ी बचाने के लिए राष्ट्रीय ट्रांजिट परमिट शामिल है।
योजना के तेहत ऐप्प किया जाएगा लॉन्च
पंचकूला प्रशासन द्वारा इस योजना के तहत स्कूल के बच्चों व अन्य लोगों को पौधे लगाने व उनकी देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। जिसके लिए एक ऐप्प भी लॉन्च किया जाएगा। जिसमें स्कूली छात्र अपने लगाए गए पौधे के साथ सेल्फी क्लिक करके इस ऐप्प पर अपलोड करेंगे । इसके लिए बच्चों को 6 महीने के बाद प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी।