श्री कामधेनु गौशाला सेवा सदन पिंजौर में गऊओं के चारे के लिए अब नई तकनीक से चारे का प्रबंध किया जा रहा है। जैसे कि फोटो में नजर आ रहा है, एक क्रेट में मक्की के बीज बोए जाते हैं जो कानपुर से मंगवाए जाते हैं तथा पहले क्रेट में तूड़ी डालकर उसके ऊपर भिगोकर मक्की के दाने डाल दिए जाते हैं जो एक सप्ताह में करीब एक सप्ताह तक उग जाते हैं फिर इनको दूध देने वाली गाय को चारे के रूप में दिया जाता है।
हर रोज करीब 30 से 40 गऊओं को यह चारा दिया जाता है। गौशाला ट्रस्ट ने अभी गत माह से ही इसका प्रयोग शुरू किया है जो पूरी तरह कामयाब चल रहा है। अब यह करीब 400 क्रेट्स में यह बोया जाता है जिसमें से एक तिहाई रोजाना गायों को दे दिया जाता है।
यह चारा गायों के लिए बहुत ही पौष्टिक व लाभदायक है जो गायों में दूध की मात्रा को बढ़ाता है तथा दूध गाढ़ा भी होता है। आने वाले समय में मैनेजमेंट इस चारे के लिए अलग से एक जगह बनाएगी जिसमें हर रोज 500 क्रेट गायों को दिए जाएंगे ताकि गायों को दिया जाने वाला चारा बाहर से न खरीदा जाए। विशेष बात यह है कि यह चारा ताजा-ताजा गायों को दिया जाता है।इस मक्की के बीज करीब 2000 रुपए क्विंटल मंगाया जाता है।