चण्डीगढ़। ट्रिब्यून चौक पर फ्लाईओवर को यूटी प्रशासन के साथ-साथ शहर के कई बड़े अधिकारियों ने सिरे से नकार दिया था। लेकिन अब स्ट्रक्चरल इंजीनियर तरूण माथुर द्वारा दिल्ली के एम्स की तर्ज पर क्लोवर लीफ इंटरचेंज बनाने के सुझाव को भी नकार दिया गया है।
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वीरवार को प्रशासन के अधिकारियों के बीच बैठक बुलाई गई थी। जिसमें उन्हें क्लोवर लीफ इंटरचेंज बनाने को लेकर फैसला सुनाना था। अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट को नापंसद कर दिया था। क्योंकि इस इंटरचेंज को बनाने के लिए करीब 700 पेड़ काटने पड़ेंगे। यूटी प्रशासन पेड़ काटने के सख्त खिलाफ है। साथ ही प्रशासन का यह भी कहना था कि इसे बनाने में खर्चा काफी ज्यादा आएगा।
वहीं तरुण माथुर ने बैठक में बताया कि उनका सुझाव अच्छा है। इस पर फ्लाईओवर बनाने वाले प्रोजेक्ट के बराबर ही खर्चा आएगा। इस पर सिर्फ 60 करोड़ रुपये की लागत आ सकती है। चंडीगढ़ के हेरिटेज स्टेटस को देखते हुए फ्लाईओवर ठीक नहीं है। क्लोवर लीफ इंटरचेंज जमीन से महज 2 मीटर ऊंचा और साढ़े 4 मीटर नीचे होगा।
यह पूरी तरह से सिग्नल फ्री होगा। किसी भी तरफ जाने के लिए लोगों को कहीं भी रुकना नहीं पड़ेगा। यह ट्रैफिक को डायवर्ट कर देगा। इससे जाम लगने की स्थिति पैदा नहीं होगी।