चण्डीगढ़। शुक्रवार से शहर में ई-चालान सिस्टम को लागू कर दिया गया है। प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने पंजाब राज भवन में ई-चालान को लाॅन्च किया। जिससे अब शहर में चालान होने पर ऑन द स्पाॅट चालान का भुगतान किया जा सकता है।
पहले चालान का भुगतान करने के लिए लोगों को लंबी लाइन में लगना पड़ता था, जिसमें कई बार लोगों का पूरा दिन बर्बाद हो जाया करता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अब चालान होने पर डेबिट या क्रेडिट कार्ड द्वारा ऑन द स्पाॅट चालान का भुगतान किया जा सकेगा। यदि आपका चालान पहले हो रखा हो और इसका भुगतान अभी तक नहीं हुआ है तो यह डाटा भी मशीन में आ जाएगा।
एक प्राइवेट बैंक ने यूटी ट्रैफिक पुलिस को 200 मशीनें फ्री में दी हैं। इन मशीनों से ऑनलाइन चालान का भुगतान होगा। डेबिट/क्रेडिट कार्ड से जुर्माने की फीस भर सकेंगे। साल 2011 में इस प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई थी। जिसे ट्रैफिक पुलिस ने पूरा करने में करीब 9 साल का वक्त लगा दिया। करीब 55 लाख कीमत की लगभग 200 ई-डिवाइस को ट्रैफिक पुलिस विभाग ने ट्रेनिंग के बाद अपने मुलाजिमों को दे दिया है।
डिवाइस से सिर्फ वही चालान मौके पर भुगते जा सकेंगे जिनका कोर्ट से कोई संबंध नहीं है। शराब पीकर वाहन चलानाए रेड सिग्नल और फोन पर बात करते हुए वाहन चलाना व ओवर स्पीड इत्यादि चालानों को इस मशीन के जरिए नहीं भुगता जाएगा। ये कोर्ट में ही भुगते जाएंगे। इसके अलावा बाकी चालान मौके पर भर सकेंगे।
जबकि ओवरस्पीडिंग, ड्राइव करते समय मोबाइल पर बात करना, बिना हेलमेट, ट्रिपलिंग, बिना सीट बेल्ट, बिना नंबर प्लेट, रॉन्ग पार्किंग, ट्रैफिक साइन, जेबरा क्रॉसिंग, साइड मिरर, लो बीम हेड लाइट, खतरनाक मोड़, बार-बार लेन बदलना, नो एंट्री में जाना, दोपहिया वाहनों में हैंड ग्रिप, रियर व्हील गार्ड, बाइक की फुट रेस्ट, वाहनों पर ब्लैक फिल्म लगाना, वाहनों पर एक्स्ट्रा लाइटों का इस्तेमाल करना, वाहन चलाते समय स्मोकिंग करना, तेज हॉर्न और बिना कागजात के मौके पर चालान भुगत सकते हैं।