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पंचकूला के सिविल अस्पताल बना पहला कम्प्यूट्राइज्ड अस्पताल |

डिजिटल इंडिया का स्वप्न पूरा करने के लिए आज हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने पंचकूला के सिविल अस्पताल का प्रदेश के पहले कम्प्यूट्राइज्ड अस्पताल के तौर पर शुभारंभ किया। हरियाणा के सभी अस्पतालों में यह सुविधा मार्च 2016 तक शुरू कर दी जाएगी।श्री विज ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश के सभी 55 अस्पतालों, 20 जिला अस्पतालों तथा 3 मेडिकल कॉलेज को कम्प्यूट्राईज करने के लिए एसडब्ल्यूए नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। इसके तहत मरीजों को अस्पतालों में पर्ची बनाने, मरीज का इतिहास, उपचार, दवाइयां, टैस्ट रिपोर्ट तथा एक्स-रे इत्यादि जैसी सभी सुविधाएं ऑनलाइन प्राप्त करवाई जाएंगी, जिससे मरीज को प्रदेश के किसी भी अस्पताल में अपना उपचार करवाने में अपना रिकार्ड साथ रखने की जरूरत नहीं होगी। इतना ही नहीं, सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों को एक यूआईडी क्रमांक दिया जाएगा, जिसके अन्तर्गत उसका पूरा इलेक्ट्रोनिक स्वास्थ्य रिकार्ड रखा जाएगा। इसकी सहायता से हरियाणा के किसी भी अस्पताल में चिकित्सक मरीज का पूरा चिकित्सकीय इतिहास जान सकेगा और उसका सही उपचार कर सकेगा।स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में सेन्ट्रल स्ट्रलाइन सप्लाई विभाग का भी उद्घाटन किया। इसके पश्चात उन्होंने अस्पताल की आपातकालीन सेवाओं, भवन, शौचालयों, ओ टी, फॉर्मेसी, अल्ट्रासाऊंड, वार्डस, दंत चिकित्सा विभाग तथा अन्य विभागों का निरिक्षण किया और उनमें पाई गई कमियों को तुरन्त ठीक करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने वार्डों में भरती मरीजों का हालचाल जाना और उनके हो रहे उपचार के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस दौरान दंत चिकित्सा विभाग में एक्स-रे मशीन के खराब होने का कारण जाना, यह मशीन करीब एक वर्ष से अधिक समय से खराब पड़ी हुई है। मौके पर ही इस पूरे मामले की जांच के लिए डीजीएचएस डॉ. डीपी लोचन को 2 दिन में जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही एनबीसीसी द्वारा बनाये गये पंचकूला अस्पताल के मैटिरियल का जांच करने के आदेश दिये। पंचकूला अस्पताल के दोनों भवनों (नए और पुराने) जोकि एक पीडब्ल्यूडी और एक एनबीसीसी ने बनाया है, इनकी पूरी निर्माण सामग्री जैसे कि ईंट, रेत, बजरी, सीमेंट, लकड़ी, पत्थर आदि की भी जांच करवाई जाएगी। गत कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए अस्पताल के इन दोनों भवनों के निर्माण पर करीब 57 करोड़ रुपये खर्च आए थे। श्री विज ने निरीक्षण के दौरान अस्पताल को कई स्थानों से टपकता हुआ पाया और दीवारें भी कई जगह से खराब और बुरबरी पाई गई, जिसके बाद उन्होंने जांच के आदेश दिये। श्री विज ने कहा कि वर्तमान सरकार आने के पश्चात हरियाणा में सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में भारी इजाफा हुआ है। हमारे अस्पतालों में दी जा रही सुविधाओं के कारण अब करीब 50 लाख ओपीडी आ रही । इसलिए लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए हम अपने अस्पतालों में सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे और अपने अस्पतालों को रैफरल अस्पताल नही बनने देंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों को आसानी से स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त करवाने के लिए जीटी रोड पर एक आधुनिक सुविधाओं से युक्त ट्रॉमा सैंटर बनाया जाएगा। इसके अलावा, हिसार क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए अग्रोहा में भी एक ट्रॉमा सैंटर बनाया जाएगा।</span></p>