जहां एक ओर केंद्र सरकार ‘स्वच्छता अभियान’ की कामयाबी के पुलिंदे बांधती नहीं थक रही है, वहीं पंचकूला का एक गांव अभयपुर ऐसा भी है जहां के लोग कूड़े व गंदगी की समस्या से बेहद परेशान हैं। यह पूरा गांव सिर्फ एक कूड़ेदान के भरोसे है।
अभयपुर फेस-1 पंचकूला के निवासी अरविंद रावत का कहना है कि उनके गांव में कूड़े की बड़ी विकट समस्या है। उनके गांव में सिर्फ एक कूड़ेदान रखा गया है जबकि इस गांव में 25 हजार से अधिक की जनसंख्या है। अरविंद का कहना है कि अमरटैक्स के पास वाली रोड के निकट कभी एक कूड़ेदान हुआ करता था जहां से अब कूड़ेदान हटवाकर नगर निगम का बोर्ड लगा दिया गया है कि यहां कूड़ा फेंकना मना है तथा कूड़ा फेंकने वाले पर 5000 रुपए का जुर्माना है। अब कोई नगर निगम से पूछे कि गांव के लोग आखिर कूड़ा फेंकने कहां जाएं। पूरे गांव में गदंगी का आलम है जिससे संक्रामक रोगों के फैलने का खतरा बना हुआ है।
यहां के अन्य लोगों का कहना है कि केवल एक कूड़ेदान जो मार्केट में रखा हुआ है वो भी कभी समय पर साफ नहीं कराया जाता।
अभयपुर के वासियों का कहना है कि उनके गांव में कम से कम तीन-चार कूड़ेदानों की आवश्यकता है जिससे लोग अपने घरों का कूड़ा इन कूड़ेदानों में डाल सकें और बेवजह की समस्या तथा बीमारियों से निजात पा सकें।