चंडीगढ़। चंडीगढ़ की साफ सफाई व सिस्टम का डंका पूरे देश में बजता है। चंडीगढ़ घूमने आने वाले सैलानी यहां की सफाई, हैरिटेज बिल्डिंग, रॉक गार्डन, सुखना लेक, सैक्रेट्रिएट, चौड़ी-चौड़ी व साफ सुथरी सड़कों के पूरी तरह से कायल हैं। आज से करीब 20 साल पहले यूटी सरकार ने कर्मचारियों की सुविधा के लिए सुपर बाजार शुरू कराया था जिसमें कर्मचारियों को उनकी जरूरत की सभी चीजें अच्छी और सस्ती कीमत पर उपलब्ध हो जाती थी और कर्मचारी अपने बजट में घर का सामान आसानी से खरीदते थे। कई सेक्टरों में सुपर बाजार के स्टोर भी खोले गए थे । इनमें भी कर्मचारी खरीददारी करते थे। भले ही इन सुपर बाजार के स्टोर्स में लंबी लाइन लगती थी लेकिन कर्मचारी संतुष्ट रहते थे। महीने के पहले हफ्ते में यहां काफी भीड़ रहती थी। साथ ही यहां आम लोगों को नौकरी भी मिल गई थी। हर वक्त सुपर बाजारों में चहल-पहल रहती थी। ज्यादातर कर्मचारी सुपर बाजार से ही खरीददारी करते थे। यहां पर राशन से लेकर कपड़े तक सभी सामान वाजिब दाम पर मिल जाता था। इन सुपर बाजारों से सभी पूरी तरह संतुष्ट नजर आते थे। धीरे-धीरे सुपर बाजारों को ताले लगने शुरू हो गए तथा इन पर नाममात्र का ही सामान मिलने लगा था। कर्मचारी धीरे-धीरे सुपर बाजार को भूल गए। अब सुपर बाजारों को हर सेक्टर में ताला लग चुका है। सभी बिल्डिंग अपना अस्तित्व खो चुकी हैं। एक तो यहां सुपर बाजारों को ताला लग गया दूसरे इनके बंद पड़े रहने से प्रॉपर्टी डम्प हो गई। अब इनमें कोई काम नहीं हो रहा जिससे सरकारी रैवेन्यू का लॉस हो रहा है।
Posted on by Team PS