चंडीगढ़। नोटबंदी के बाद अब सबसे ज्यादा समस्या पंजाब, हरियाणा हिमाचल व चंडीगढ़ के एनआरआई लोगों को पेश आ रही है। वह इसलिए कि इन लोगों को अपने पुराने 1000 व 500 रुपए के नोट बदलवाने या जमा कराने के लिए दिल्ली का रुख करना पड़ रहा है। गत वर्ष 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 व 1000 रुपए के नोट बंद करने की घोषणा के साथ ही यह छूट दी गई थी कि 31 मार्च 2017 तक शपथ पत्र के साथ एनआरआई आरबीआई की शाखा में पुराने नोट जमा करा सकते है, लेकिन लोगों को यह नहीं पता था कि आरबीआई की सभी शाखाओं में पुरानी करंसी जमा नहीं होगी। अब पंजाब, हरियाणा, हिमाचल व चंडीगढ़ के एनआरआई लोगों को अपनी पुरानी करंसी को जमा कराने के लिए दिल्ली तक का सफर तय करना पड़ रहा है।
आरबीआई की देश भर में केवल पांच शाखाओं में ही अब एनआरआई शपथ पत्र के साथ 1000 व 500 के पुराने नोट जमा करवा सकते हैं। इन शाखाओं में चेन्नाई, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई व नागपुर की शाखाएं शामिल हैं। लोगों, खासकर एनआरआई की मांग है कि चंडीगढ़ स्थित आरबीआई शाखा के साथ पंजाब, हरियाणा, हिमाचल व चंडीगढ़ राज्य जुड़े हैं, इसलिए चंडीगढ़ शाखा को भी नोट बदलने या जमा कराने के लिए अधिकृत किया जाना चाहिए। चंडीगढ़ शाखा के अधिकृत न होने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं। ऐसे में जिन लोगों को यह नहीं पता कि चंडीगढ़ शाखा में पुराने नोट जमा अथवा बदलवाए नहीं जा सकते, वे चंडीगढ़ शाखा में आते हैं लेकिन शाखा के बाहर लगे नोटिस को पढकऱ निराश होकर मजबूरन वहां से दिल्ली के लिए रुख करना पड़ता है।
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जानकारी के मुताबिक आरबीआई की चंडीगढ़ शाखा में प्रतिदिन सैकड़ों एनआरआई नोट बदलवाने या जमा कराने आ रहे हैं, जिन्हें विकट समस्या का सामना करना पड़ रहा है। 1000 व 500 के पुराने नोट बदलवाने चंडीगढ़ की शाखा में पहुंचे अमृतसर, शिमला, कुल्लू मनाली व जम्मू निवासी एनआरआई का कहना है कि उन्हें दिल्ली जाते समय बेवजह पुलिस जांच का सामना करना पड़ सकता है। इन लोगों की मांग है कि आरबीआई की चंडीगढ़ शाखा को भी पुराने नोट जमा व बदलवाने के लिए अधिकृत किया जाना चाहिए।
इन लोगों को कहना है कि उन्हें तो यह भी नहीं पता कि नोट बदलवाने के लिए दिल्ली जाते समय कौन-कौन से दस्तावेज साथ लेकर जाने हैं। ऐसे में उन्हें स्पष्टीकरण देना मुश्किल हो जाएगा और बेवजह ही परेशानी का सामना करना पड़ेगा। ऊपर से इतना लंबा सफर तय करना और वहां जाकर घंटों लाइन में लगना पड़ेगा। इन लोगों का कहना है कि आरबीआई को नोट बंदी के दौरान ही यह स्पष्ट करना चाहिए था कि नोट चंडीगढ़ शाखा में नहीं बदले जाएंगे। उधर, लोकसभा में कांग्रेसी नेता मल्लिकार्जुन खडग़े द्वारा नोटबंदी के मामले पर केंद्र सरकार को जमकर घेरा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी को फैसला अकेले लिया गया फैसला बताया और जिससे अकारण ही जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।