चंडीगढ़ में स्नेचर्स को मानो जैसे खुली छूट मिली हुई है। पिछले सात दिनों में 16 स्नैचिंग के मामले सामने आये है। इनमें से 11 वारदातों में पर्स, बैग व मोबाइल फोन छीने गए हैं जबकि चार वारदातें चेन स्नैचिंग की है। हैरानी की बात तो यह है कि इन सभी केसों में से एक केस भी सॉल्व करना तो दूर पुलिस सुराग भी नहीं लगा सकी हैं।
ऐसी ही एक और स्नैचिंग सामने आयी है जिसमे एक महिला से दो युवको ने स्नैचिंग की । पैदल जा रही महिला पर अचानक एक युवक ने पीछे से हमला किया और चेन स्नैचिंग कर मोटर बाइक पर सवार अपने दूसरे साथी जोकि उनके पीछे चल रहा था, साथ बैठकर फरार हो गया।
पिछले दो महीने से शहर में लगातार स्नैचिंग की वारदातें बढ़ने लगी है और इस हफ्ते बैखौफ स्नैचरों ने शहर में आतंक मचा दिया है। जबकि, पुलिस एक भी मामला सॉल्व करने में नाकाम साबित हुई है। स्नैचरों को पकड़ने में नाकाम स्मॉर्ट पुलिस गिरफ्तार आरोपियों पर केस भी साबित करवाने में नाकाम रही हैं।
14 मार्च बाबरियां गैंग के 3 सदस्य किए थे गिरफ्तार :
क्राइम ब्रांच पुलिस ने 14 मार्च को बाबरियां गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान शहर में 27 दिन लगातार स्नैचिंग का रिकार्ड टूटा था। आरोपियों की निशानदेही पर करीब दो दर्जन सोने की चेन व पर्स, मोबाइल बरामद हुआ था। इसके बाद करीब डेढ़ महीने तक सिर्फ गिनी-चुन्नी स्नैचिंग की वारदात हुई थी। लेकिन, दोबारा से पुराने अंदाज में स्नैचिंग की वारदातों ने स्मॉर्ट पुलिस की नींद उड़ा दी हैं। उन्हें शक है कि बाबरियां गैंग के सदस्य शहर में दोबारा से सक्रिय हो चुके है।