कोविड पर डेंगू का दोहरा वार
कोविड अभी ख्तम भी नहीं हुआ की डेंगू ने पन्हा लेली है। लोग काफी हारे और परेशान महसूस कर रहे है। पंचकूला में बरवाला खंड के गांव भरैली में डेंगू का मामला तूल चड़ रहा है। भरैली गांव में लगभग चालीस से अधिक मरीज डेंगू से ग्रस्त पाए गए है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांव का दौरा कर लोगो के इलाज में जुटी है। वहीं लोग स्वस्थ और सही सलामत रहे उसके लिए अधिकारी सर्वे भी कर रहे है। अधिकारी लोगो को बता रहे है कि कैसे घर को साफ रखना है , बर्तनों या कूलर में पानी भरकर ना रखे उसकी सफाई करें आदि । गांव के लोगो ने बताया कि उनके अलावा दो गांव है भागसी और बेड़ा जहा मरीजों को गिनती बहुत ज्यादा है। पीड़ित लोगों ने बताया कि इसके लक्षण कुछ इस प्रकार है पहले गले में दर्द होगा फिर उल्टी आयेगी और सीने में दर्द होगा। आशा वर्कर ने घर घर जाकर सर्वे किया और पता लगता कि आखिर इतने मरीज कैसे आ रहे है और जड़ का पता लगने के बाद उन्हें समझाया भी की इससे कैसे बचें।
हालांकि इस बार सिर्फ साढ़े चार सो नोटिस ही जारी हुए है नहीं तो हर साल करीब तीन हजार या उससे ज्यादा नोटिस जारी होते है। जिसके साथ लोगों को डेंगू के बारे बताया जाता है और सर्वे किया जाता है कि इससे कैसे बचें। लेकिन जहां डेंगू के मरीज आ रहे है वहां दवा डलवाई जा रही है। बीमार लोगो को अस्पताल भर्ती करवा उनका इलाज करवाया जा रहा है।
गांव में डेंगू होने की वजह आई सामने
- गांवो मे नालियो की सफाई ना होना।
- पीने वाले पानी की सही मात्रा में सप्लाई ना होना।
- कूलर और फ्रिज या बर्तनों में पानी इकट्ठा होना।
- क्षेत्र में दवा का छिड़काव समय पर ना होना ।
- लोगो का समय समय पर सर्वे ना होना।
- लोगो को जागरूक ना करना।
यही सारे कारणों की वजह से डेंगू होने का डर ज्यादा बड़ जाता है जिसकी वजह से लोगों को परेशानी होती है । साथ ही मरीजों की संख्या को कंट्रोल करने में परेशानी होना।