पंचकूला नगर निगम की ओर से शहर को साफ सूथरा बनाने के दावे किए जा रहे हैं लेकिन हकीकत यह है कि बीते एक हफ्ते से शहर से कचरा न उठाने से लगभग हर सेक्टर में कचरे के ढेर दिख रहें हैं।
पंचकूला समाचार ने भी जब सेक्टरों का हाल जानने का दौरा किया तो पाया कि सेक्टर-6 से लेकर 7, 8, 9, 10, 11, 16, 17, 18, 20, 21, 23 के साथ अन्य सेक्टरों में कचरे को ना उठाने के कारण जगह-जगह मिनी डंपिंग ग्राउंड बन गए हैं।
सेक्टर-25 मार्किट के सामने प्लास्टिक, कचरा, और सड़क किनारे बैठे आवारा जानवर।
जिससे शहर की हालात बद से बदतर हो गई है। वहीं नगर निगम ने अपनी आधी-अधूरी तैयारी से डंपिंग ग्राउंड सेक्टर-23 से झूरीवाला में शिफ्ट तो कर दिया है। लेकिन अभी रास्ता बनाना भूल गई हैं ।
वहीं रैली गांव के साथ सेक्टर 12-ए में कुछ ऐसे ही हालात हैं। यहां डिस्पेंसरी के सामने कचरे के ढ़ेर लगे हुए हैं।
आप को बता दें कि झूरीवाला डंपिंग साइट में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के आने-जाने के लिए कच्चा रास्ता बनाया था जोकि बरसात के पानी में बह गया है। रास्ता ठीक न होने के कारण ट्रैक्टर-ट्रॉलियां डंपिंग साइट तक नहीं पहुंच पाती हैं। जिससे सेक्टरों से कचरा डंपिंग ग्राउंड तक नहीं जा पा रहा है। शहर की सडक़ों के किनारों पर करीब 500 टन से ज्यादा कचरा पडा है। रोजाना शहर में करीब 80-90 टन कचरा निकलता है।
वहीं दैनिक भास्कर को पंचकूला नगर निगम के कमिश्नर धर्मवीर सिं ने बताया है कि सोमवार को खुद संबंधित कर्मचारियों के साथ डंपिंग साइट का विजिट किया है। ट्रैक्टर-ट्रॉली की आवाजाही के लिए मलबा गिराने और इसकी लेवलिंग कराने को कहा गया है। मेरी कोशिश है कि जल्द से जल्द विभिन्न सेक्टरों में लगे कचरे के ढेर को हटा दिया जाएगा।