यूक्रेन और रूस विवाद के कारण भारत में महंगाई बढ़ सकती है । फिलहाल इसी विवाद के चलते कच्चा तेल 95 डॉलर के पार निकल गया है। कच्चा तेल महंगा होने पर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा देखा जा सकता है । साथ ही इंटेरनाशनल मार्किट में नेचुरल गैस की कीमत भी बढ़ रही है ,जिसके कारण LPG और CNG की कीमतों के बढ़ने की पूरी संभावना है । साथ ही इसी विवाद के चलते सोने भी साढ़े 51 हजार रूपये का आंकड़ा पार कर गया है ।
चुनाव के बाद महंगे हो सकते हैं पेट्रोल-डीजल
विधान सभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आने हैं इसके बाद पेट्रोल-डीजल महंगे हो सकते हैं, क्योंकि कच्चे तेल के दाम 8 साल के हाई लेवल पर जा पहुंचे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 95 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए हैं। इससे पहले 2014 में कच्चे तेल के दाम 95 डॉलर के पार गए थे ।IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी एंड करेंसी) अनुज गुप्ता कहते हैं कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं।
यूक्रेन और रूस विवाद से प्रभावित होगी एल्युमीनियम की सप्प्लाई
यूक्रेन और रूस विवाद से अब तक एल्युमीनियम की कीमत 15% तक बढ़ गई है। इसके अलावा तांबे के कुल उत्पादन में लगभग 3.5% हिस्सेदारी रूस की है ऐसे में इसकी कीमतें भी अब बढ़ने लगी है। इस विवाद के जल्द खत्म न होने पर पेट्रोल-डीजल,LPG -CNG और एल्युमीनियम आदि जैसी चीज़ों की कीमतों में ओर बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।