चंडीगढ़ में लगातार साइबर क्राइम की वारदातें बढ़ती जा रही है । ऐसा ही एक मामला उजागर हुआ जिसमें आरोपी एक बुजुर्ग व्यक्ति को पीछे सात सालों से ठगते आ रहे थे । ठगी होने की भनक होने पर बुजुर्ग व्यक्ति ने सेक्टर 34 थाने में धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज करवाया। आरोपी की पहचान मोहाली के मुंडी खरड़ में रहने वाला विपुल सोनी के रुप में हुई है।
फर्जी नामों से ठगी करता था गैंग
पुलिस का कहना है कि फर्जी नामों से गैंग ठगी की वारदातों को अंजाम देता था। शिकायतकर्ता के अनुसार उनके साथ वि मिश्रा, कमलेश कुमार, प्रदीप कुमार, विमल दुबे, अंकित मिश्रा, एफआरडीआई, इंडियन क्लब, सीवी सर्विसेज, एडवेंचर मार्ट इंडिया, शताक्शि सर्विस, स्टैंडर्ड सर्विसेज और सनशाइन सर्विस ने ठगी की । इन लोगों ने ही नकी पॉलिसी मैच्योर होने का झांसा देकर ठगी की थी।
चार दिन के रिमांड पर आरोपी
करीब सात साल से आरोपी लगातार ठगी को अंजाम दे रहे थे । फिलहाल पुलिस ने आरोपियों का चार दिन का रिमांड लिया है । मामले में उसके बाकी साथियों और ऐसी अन्य वारदातों की जानकारी जुटाई जा रही है।
इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर करते थे ठगी
इंस्पेक्टर हरि ओम शर्मा ने बताया कि पता चला है कि आरोपी पूरे भारत में सीनियर सिटीजन को अपना शिकार बनाते थे। उन्हें उनकी इंश्योरेंस पॉलिसी के मैच्योर होने का झांसा देकर उनके साथ ठगी को अंजाम देते थे। आरोपी खुद को इंश्योरेंस कंपनी का कर्मी बताते थे। शिकार को बताया जाता था कि वह पैसे वितरण विभाग में काम करते हैं। सीनियर सिटीजन से वह इस तरह बात करते थे कि उन्हें झांसे में ले लेते थे।