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चुनाव के बाद चला महंगाई का दौर , पांच दिन में चौथी बार बढ़े पेट्रोल डीजल के दाम

चुनाव के बाद पेट्रोल डीजल की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही । पांच दिन में चौथी बार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने से जनता काफी निराश हैं । शनिवार को भी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दामों में 80-80 पैसे बढ़ा दिए हैं ।  अब दिल्ली में पेट्रोल 98.61 रुपए/लीटर और डीजल 89.87 रुपए/लीटर मिल रहा है। इससे पहले, 22, 23 और 25 मार्च को 80-80 पैसे की बढ़ोतरी हो चुकी है।

कौन करता हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतों को तय

जून 2010 तक सरकार पेट्रोल की कीमत निर्धारित करती थी और हर 15 दिन में इसे बदला जाता था। 26 जून 2010 के बाद सरकार ने पेट्रोल की कीमतों का निर्धारण ऑयल कंपनियों के ऊपर छोड़ दिया। इसी तरह अक्टूबर 2014 तक डीजल की कीमत भी सरकार निर्धारित करती थी।

19 अक्टूबर 2014 से सरकार ने ये काम भी ऑयल कंपनियों को सौंप दिया। अभी ऑयल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमत, एक्सचेंज रेट, टैक्स, पेट्रोल-डीजल के ट्रांसपोर्टेशन का खर्च और बाकी कई चीजों को ध्यान में रखते हुए रोजाना पेट्रोल-डीजल की कीमत निर्धारित करती हैं।

RTI में हुआ खुलासा

केंद्र सरकार ने अप्रैल से दिसंबर 2021 तक पेट्रोल-डीजल समेत पेट्रोलियम उत्पादों पर 3.31 लाख करोड़ रुपए टैक्स से वसूले हैं। यह खुलासा एक RTI से हुआ है। एक RTI के जवाब में सरकार ने बताया कि पेट्रोलियम पदार्थों के आयात पर 37,653.14 करोड़ रुपए का सीमा शुल्क वसूला गया, जबकि केंद्रीय उत्पाद शुल्क के रूप में 2,93,967.93 करोड़ रुपए सरकारी खजाने में जमा हुए हैं। इधर, एक्साइज ड्यूटी की बात करें, तो केंद्र सरकार अब तक 13 बार ड्यूटी में इजाफा कर चुकी है, जबकि महज 4 बार इसे घटाया गया है।