पंचकूला की तरह राजस्थान के जिला चुरू में भी गौशाला में गायों की मौत का समाचार है। यह घटना तहसील सरदारशहर में बिल्युबास रामपुरा गांव की श्रीराम नाम की एक गौशाला है। जिसमें तकरीबन 100 गायों की मौत हो चुकी है और मरने वाली गायों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। पहली बार 20 नवंबर की रात गायों की तबीयत बिगड़ी थी और एक-एक करके इनकी मौत होने लगी। अगले दिन तक तकरीबन 75 गायों ने दम तोड़ दिया था। हालांकि पशुपालन विभाग को तुरंत सूचना दे दी गई थी। डॉक्टर्स की टीम भी गौशाला पहुंचकर गायों का ट्रीटमैंट शुरूक किया गया था लेकिन मौतों का सिलसिला रुका नहीं।
मौत के क्या कारण है?
इंडिया टुडे के रिपोर्टर की रिपोर्ट के मुताबिक, ज़हरीले चारे से गायों की मौत हुई। चारे और पानी के सैंपल इक_े करके जांच के लिए भेज दिए गए हैं। घटना की जानकारी तमाम उच्च अधिकारियों को दे दी गई है। प्रशासन के तमाम अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची। जिले के सभी पशु डॉक्टरों को इलाज के लिए बुलवा लिया गया है। रिपोर्ट्स हैं कि गौ भक्तों के साथ लोकल रेजीडंैटस भी इलाज में मदद भी कर रहे हैं।
वहीं सब डिवीजनल रैंक की अधिकारी रीना छिंपा का कहना है कि गायों की मौत का कारण अभी पता नहीं चल पाया है, चारा-पानी के सैंपल्स की जांच के बाद ही वजह का पता चलेगा। इस गौशाला में करीब 460 गायें रह रही थीं। गौशाला दो हिस्सों में बंटा हुआ था, एक हिस्से में 250 के लगभग गायें थीं, बाकि दूसरे हिस्से में थीं।
गौर हो कि हरियाणा के पंचकूला जिले में कुछ दिन पहले, अक्टूबर महीने के आखिरी दिनों में इसी तरह की एक घटना सामने आई थी। यहां माता मनसा देवी गौधाम में करीब 75 गायों की मौत हो गई थी। जिसमें शुरुआती जांच में मौत का कारण फूड पॉइज़निंग था। लेकिन बाद में यहां भी जांच के लिए चारा और पानी का सैंपल इक_ा किया गया था जिसमें मीडिया रिपोर्ट से पता चला था कि हाइड्रोजन साईनाईड से मौत हुई थी।