रोजाना सैर न केवल खाने को डाइजेस्ट करने में सहायक है बल्कि इससे याददाश्त तेज होना ,स्ट्रेस कम होना जैसे आदि फायदे का लाभ उठाया जा सकता है । विशेषज्ञों के अनुसार वाकिंग सवसे अचे व्यायामों में से एक है और कई अध्यनों में पाया गया है की वाकिंग हमारी फिजिकल और मेन्टल हेल्थ के लिए फायदेमंद है ।
रोजाना वाकिंग करने से नींद की समस्या नहीं होती
चलने से हमारी एनर्जी को बूस्ट मिलता है। इसके साथ ही ये नींद की समस्या से छुटकारा दिलाने में मददगार है। आर्थराइटिस फाउंडेशन के अनुसार, 50 से 75 साल की महिलाएं अगर हर रोज कुछ समय वॉक करें तो उन्हें नींद न आने की परेशानी नहीं होगी।वॉकिंग को सिर्फ एक हल्की-फुल्की सैर समझना गलत होगा। तेज चलने से आपके पूरे शरीर की एक्सरसाइज होती है। वॉकिंग को हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज बनाने के लिए भारी बैग टांग कर चला जा सकता है।
रोजाना सैर से हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है
चलने से मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कम होता है। इसके साथ ही वॉकिंग से डायबिटीज, कैंसर और दिल की बीमारी भी दूर रहती है। हावर्ड मेडिकल स्कूल के अनुसार, हफ्ते में केवल ढाई घंटे चलने से हार्ट की बीमारी का खतरा 30% तक कम होता है।दिन में कुछ मिनट चलने से आपका मूड अच्छा हो सकता है और एंग्जाइटी कम हो सकती है। वॉकिंग का असर तब ज्यादा होता है जब आप नेचर में जाएं। चलने से आपकी मांसपेशियां और हड्डियां मजबूत होती हैं। इन पर पड़ने वाला स्ट्रेस भी कम होता है।
रोजाना 4 -8 हजार कदम चलने से मौत का खतरा कम होता है
लेकिन अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की एक रिसर्च की मानें तो 2019 में हुई रिसर्च कहती है कि 4-8 हजार कदम रोजाना चलने से आपको मौत का खतरा कम होता है।अपने पार्टनर या बच्चों के साथ सैर करने से आपके उलझे रिश्ते सुलझ सकते हैं। साथ चलते समय आप अपने मन की बातें करके रिश्ते में कम्युनिकेशन बढ़ा सकते हैं। कई शोधों में ये पाया गया है कि जो लोग रोजाना अपने घर के आस पास सैर करते हैं, उनके सामाजिक रिश्ते भी काफी अच्छे होते हैं।