गैंगस्टर सोनू शाह के साथ एक साल से चलती आ रही गैंगवार की रंजिश में मीत ग्रुप के हैड बाउंसर अमित शर्मा उर्फ मीत को पंचकूला में दो बदमाशों ने गोलियों से भून डाला। गांव सकेतड़ी के महादेवपुरा स्थित शिवमंदिर से मां के साथ लौटते समय नकाबपोश बदमाश मीत पर चार फायर कर फरार हो गए। हमले में मां रूपा रानी बाल-बाल गच गई। गांव के लोगों ने मीत को एक प्राइवेट व्हीकल में पीजीआई पहुंचाया लेकिन वहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया।
एमडीसी थाना पुलिस ने अमित शर्मा की मां रूपा रानी के बयानों पर सुरजीत, गगन और सोनू शाह पर हत्या, साजिश और आर्म्स एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस सोनू शाह के सेक्टर 45 स्थित आवास और अन्य आरोपियों के निवास स्थानों पर दबिश दे रही है।
पिछले साल 6 नवंबर को अमित शर्मा ऊर्फ मीत और दूसरी तरफ सोनू शाह तीर्थ के बीच मोहाली के फेज-8 के दशहरा ग्राऊंड में जमकर गैंगवार हुई थी। दोनों ओर से करीब 70 राउंड फायर किए गए थे। मनीमाजरा में अपनी पत्नी ज्योति शर्मा, डेढ़ साल के बेटे, मां और छोटे भाई के साथ रह रहे अमित (30) पर हमला होने की सूचना मिलते ही एसीपी मनीष सहगल और सीआईए इंस्पेक्टर नरेन्द्र कादियान सकेतड़ी पहुंचे। चंडीगढ़ और मोहाली पुलिस ने भी एरिया को सील करते हुए वाहनों की जांच की परंतु हत्यारे पकड़ में नहीं आ सके। सीआईए व फोरेंसिक टीम ने मीत पर हुई फायरिंग के बाद मौके से दो खोल बरामद किए।
वारदात की सूचना मिलने पर पंचकूला के पुलिस आयुक्त आरसी मिश्रा, पुलिस उपायुक्त अशोक कुमार भी पहुंचे। मिश्रा ने कहा कि अमित शर्मा पर फायरिंग करने वाले लोगों को दबोचने के लिए मोहाली के अलावा पंजाब और चंडीगढ़ समेत अन्य इलाकों में दबिश दी जा रही है। हत्यारों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
सीन ऑफ क्राइम के लिए पहुंची पंजाब पुलिस
मोहाली में गैंगवार की जांच कर रहे एसपी (डिटेक्टिव) जसकरण सिंह तनेजा, डीएसपी गुरविंदर सिंह और सीआईए इंस्पेक्टर अतुल सोनी ने भी सीन ऑफ क्राइम के बारे में जांच की। अमित शर्मा की कार की भी जांच की। एसपी तनेजा ने कहा कि अमित शर्मा की हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई। इसकी जांच की जायेगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल मोहाली में दो गुटों के बीच हुई फायरिंग के मामले में पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया था और कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अमित शर्मा भी पिछले महीने जेल से जमानत पर बाहर आया था।
हमलावरों की कार सीसीटीवी में कैद
सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने सकेतड़ी में ही गौशाला में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जिसमें हमलावरों की कार कैद है। पुलिस इस कार को लेकर पड़ताल में जुट गई।
गैंगवार की रंजिश यहां से हुई शुरू
5 जुलाई 2015 को सेक्टर 26 की द फ्लेक्सिबल फिटनेस सेंटर जिम में तीन अज्ञात बदमाश मीत ग्रुप के बाउंसर अखिल के पेट में दो गोलियां मारी कर फरार हो गए थे। तब नयागांव के गगन और त्यूड़ कस्बे के गांव तौगां निवासी मनी राणा व एक अन्य गुरी के नाम सामने आये थे। वारदात के समय एक हमलावर नीचे रुका रहा जबकि दो सीढ़ियां चढ़कर जिम के दरवाजे तक आये। एक आरोपी ने अखिल पर हमला कर दिया। अखिल जख्मी होकर जमीन पर गिर गया। वारदात के बाद आरोपी वहां से भागने में सफल हो गए तभी उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी।
डीजीपी संधू पहुंचे सकेतड़ी
गांव सकेतड़ी के महादेवपुरा के शिव मंदिर के नजदीक सोमवार को दिनदहाड़े 30 वर्षीय अमित शर्मा उर्फ मीत बाउंसर की गोली मार कर फरार हुए हत्यारों को दबोचने के लिए हरियाणा पुलिस ने विशेष रणनीति बनाई है। हरियाणा पुलिस के डीजीपी बीएस संधू शाम को पुलिस कमिश्नर आरसी मिश्रा और डीसीपी पंचकूला अशोक कुमार के साथ वारदात की जगह पहुंचे। इस दौरान पंजाब और चंडीगढ़ के पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। उन्होंने हत्याकांड में इस्तेमाल हथियारों, हत्यारोपियों की गाड़ी और अमित शर्मा की मां रूपा रानी की निशानदेही पर हत्यारोपियों के बताए गए हुलिये के बारे में पूछताछ की। डीजीपी ने अधिकारियों से हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने के लिए विशेष रणनीति बनाने की बात कही है। डीजीपी संधू एमडीसी स्थित पुलिस कमिनरेट के दफ्तर में करीब दो घंटे रुके और उन्होंने अफसरों के साथ मीत हत्याकांड को सुलझाने के लिए सीमावर्ती इलाकों की पुलिस से नाकों पर विशेष चौकसी बरतने के लिए कहा है। गैंगवार को लेकर पंजाब और चंडीगढ़ पुलिस के पास हमलावरों और मीत हत्याकांड में शामिल तीन हत्यारोपियों के इनपुट्स की डिटेल भी ली।
चंडीगढ़-पंजाब बार्डर से घुसे थे हत्यारे
पंचकूला/चंडीगढ़ : चंडीगढ़ और पंजाब के बार्डरों पर सटा गांव सकेतड़ी पिछले दो महीने से उपद्रवियों के निशाने पर आ चुका है। 13 मार्च की शाम पौने 8 बजे सकेतड़ी में वरिन्द्र सिंह संधू की हत्या को अंजाम देने वाले हत्यारे इसी बार्डर के रास्ते दाखिल हुए और अब सोमवार को भी मीत हत्याकांड के हत्यारे इसी बार्डर इलाके से वारदात के बाद फरार हो गए। चंडीगढ़ और पंजाब के साथ लगते महादेवपुरा के महज 35 घरों की आबादी के लोग और शिव मंदिर में आने वाले श्रद्धालु दिन के 12 बजे अचानक गोलियों की आवाजें सुन कर कांप उठे। ऐसा ही मंजर दो महीने पहले संधू मर्डर केस में परिवार की महिलाओं और मोहल्ले के लोगों ने भी देखा था। तब भी हत्यारे बेखौफ होकर गाड़ियों में सवार होकर सकेतड़ी पहुंचे थे और आज भी वैसा ही मंजर था। शिव मंदिर के बाहर बैठे भिखारियों से कुछ दूरी पर नकाबपोश हत्यारे सफेद रंग की गाड़ी में सवार होकर आये थे।
वाहनों की अाेट में कर रहे थे रेकी
अमित शर्मा की मां रूपा रानी ने पुलिस को बताया कि दो युवक उन्हीं की कार की रेकी कर रहे थे। वहां के लोगों ने बताया कि दो युवक अन्य वाहनों की ओट में छिप कर मीत के आने का इंतजार कर रहे थे। कुछ ही देर में अमित शर्मा मंदिर से आकर जैसे ही कार का दरवाजा खोलने लगा तभी पीछे से दो युवकों ने उसकी पीठ, पेट और टांगों पर फायर किए। अमित लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया। मां ने बेटे को देखते ही गले लगा लिया। मां ने हत्यारों में सुरजीत, गगन और सोनू शाह का शामिल होने के बारे में पुलिस को बताया है। गगन भी तीन दिन पहले ही जेल से बाहर आया था।
20 मिनट बाद पहुंची पुलिस
गांव के लोगों ने दावा किया कि मीत को गोलियां लगने के बाद वह जैसे ही गिरा तभी लोग उसकी तरफ दौड़े। गांव के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मनसा देवी थाने से पुलिस को मौके पर पहुंचने में 20 मिनट का वक्त लगा तब तक गांव का एक युवक अपनी गाड़ी में मीत को लेकर पीजीआई के लिए रवाना हो चुका था।