डड्डूमाजरा स्थित डंपिंग ग्राउंड में दोपहर 2.15 एकदम आग लग गयी। आग इतनी भयंकर थी की, दमकल कर्मचारी लगी आग को देर रात तक नहीं बुझा पाए। आग का धुआं सेक्टर 17-18 को भी पार कर गया। मिथेन गैस के धुएं के कारण काफी लोगों की आंखों में जलन होने लगी।
डंपिंग ग्राउंड में लगी आग को बुझाने के लिए सेक्टर-38 आर 11 फायर स्टेशन के 2 फायर टेंडर और सेक्टर-32 फायर स्टेशन से एक वाॅटर बाउजर पानी फेंकने में लगे रहे। वहीं एमओएच के इंस्पेक्टर कुलबीर सिंह के नेतृत्व में 4 टिपर, 2 जेसीबी मशीन लगी रही। देर रात तक हर टिपर ने सारंगपुर से 25-25 मिट्टी के फेरे यानि 100 टिपर मिट्टी लेकर डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचई। मिट्टी फेंके जाने से मिथेन गैस कुछ कम होती दिखी, जबकि फायर की गाड़ियां देर रात तक 30 फेर के बाद भी आग नहीं बुझा पा रहे थे।
रैगपिकर की वजह से लगती है हर साल आग
डंपिंगग्राउंड में रैग पिकर कूड़ा बिनने में लगे रहते हैं। वहीं पर बीड़ी पीकर फेंक देते हैं। उनकी बीड़ी की वजह से ही डंपिंग ग्राउंड में निकलने वाली मिथेन गैस में आग लग जाती है। मिथेन गैस में लगी आग को बुझाने में फायर और एमओएच टीम को पसीना छूट जाता है।