ट्राईसिटी का सबसे चर्चित एलांते मॉल एक बार फिर से चर्चा में है। एलांते मॉल एक बार फिर से बिक गया है। इस बार इसे अमेरिकी इनवेस्टमेंट ग्रुप ब्लैकस्टोन की भारतीय कंपनी नेक्सस मॉल्स ने खरीदा है। नेक्सस मॉल्स के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनिल मल्होत्रा ने बातचीत में इसकी पुष्टि की है। कंपनी ने हालांकि इस बात का खुलासा नहीं किया है कि उन्होंने यह डील कितने में कि है।
एलांते माॅल दो साल से भी कम समय में दूसरी बार बिका है। नेक्सस मॉल्स ने एलांते मॉल को कार्निवाल ग्रुप से खरीदा है। कार्निवाल ग्रुप ने 2015 में ही एलांते मॉल कैम्पस को लार्सन एंड टुब्रो से 1785 करोड़ रुपए में खरीदा था। 21 एकड़ में फैला एलांते मॉल, चंडीगढ़ का सबसे बड़ा रियल एस्टेट प्रोजेक्ट है और सभी बड़ी रियल एस्टेट समूहों की नजर इस पर रहती है।
इसडील में नेक्सस को एलांते मॉल, फाइव स्टार होटल हयात रीजेंसी और बिजनेस पार्क मिलेगा। एलांते कैम्पस में कुछ एकड़ जगह अंडर डेवलपमेंट है, जिसे अागे उपयोग में लाया जा सकता है। नेक्सस मॉल्स के चीफ मार्केटिंग मैनेजर निशंक जोशी ने बताया कि कई सप्ताह की बातचीत के बाद ये डील अब फाइनल हुई है।
180 करोड़ रुपए का बिजनेस एलांते मॉल का
एलांते मॉल ग्राउंड प्लस 4 लेवल में बना है। इसका कवर्ड एरिया 15 लाख वर्ग फीट से अधिक है। एलांते मॉल में कुल 221 शॉप्स हैं। वहीं फूड कोर्ट, मल्टीप्लेक्स और इंटरटेनमेंट जोन भी हैं। इनमें देश-विदेश के नामी ब्रांड मौजूद हैं। एलांते मॉल हर साल रेंटल और रेवेन्यू शेयरिंग से करीब 180 करोड़ रुपए की आय हासिल करता है।
1 साल में 7 मॉल खरीद चुका है ग्रुप
ब्लैकस्टोन द्वारा फंडेंड नेक्सस मॉल्स ने 2016 में ही मॉल्स बिजनेस की शुरुआत की है। कंपनी अहमदाबाद, अमृतसर, मुंबई, इंदौर, पुणे में भी कई मॉल्स में 50 फीसदी से 100 फीसदी तक हिस्सेदारी खरीद चुकी है। अमेरिकी बिलियनर स्टीफन शवारजमेनिन और पीटर जी. पीटरसन द्वारा 1985 में स्थापित ब्लैकस्टोन, अमेरिका, एशिया, यूरोप और एशिया पेसिफिक में 1000 से अधिक मॉल्स का मालिक है।