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मोटी रकम लेकर जाली डिग्रियां बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश

  • ट्राईसिटी में देश की टॉप 16 यूनिवर्सिटी की डिग्रियां बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश।

अगर आपकों कोई अंजान शख्स आपकी डिग्री की फोटोकॉपी मांग रहा है तो सावधान रहें। मोहाली पुलिस ने टॉप यूनिवर्सिटी और इस्टीटयूट की फर्जी डिग्रियां बेचने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। जो भोले भाले युवकों की असली डिग्री देख कर नकली डिग्री तैयार कर रहा हैं और मंहगे दामों में आगे बेच भी रहा है। गिरोह में कई साल में नहीं, बल्कि 30-40 दिन में ही युवकों को इंजीनियर, डॉक्टर, चार्टेड अकाउंटेंट, एमबीए, बीटेक, एमटेक तक की फर्जी डिग्रियां सौंप देते थे। जिसका नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है। पुलिस ने इस गिरोह के पांच शातिर गिरफ्तार किए हैं। जिनकी पहचान निर्मल सिंह निम्मा गांव करतारपुर थाना मुल्लांपुर गरीबदास, विष्णु शर्मा निवासी निधि हाई कॉलोनी मथुरा (यूपी), सुशांत त्यागी, संचालक वीर फाउंडेशन डिस्टेंस एजुकेशन मेरठ और आनंद विक्रम सिंह निवासी सेक्टर-2, वैशाली गाजियाबाद (यूपी), अंकित अरोड़ा, निवासी फतेहपुर, सियालवा, मोहाली के रूप में हुई है।

कैसे आएं पुलिस की पकड़ में

जीरकपुर थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ युवकों से उनके असली दस्तावेज लेकर इन पर दी गई पूरी जानकारी के आधार पर जाली सर्टिफिकेट और डिग्री बनाने वाला निम्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद आरोपियों ने उससे पूछताछ के बाद इस गिरोह के अन्य शातिरों को गिरफ्तार कर लिया। इस गिरोह के सदस्यों ने कई राज्यों के लोगों को ठगा है। पुलिस अब उनके सभी अकाउंट और संपत्तियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।

पूरे देश में खोले थे स्टडी सेंटर

इन्होंने अपने आपको एजुकेशन कंसल्टेंट बताकर कई छात्र स्टडी में गैप पूरा करने के लिए तो कोई अन्य कारणों की वजह से इनके पास आते थे। इसके बाद शातिर उनसे एक से डेढ़ लाख रुपये तक वसूल कर उन्हें फर्जी सर्टिफिकेट जारी कर देते थे। वहीं, जांच में कोई उनके सर्टिफिकेट पर संदेह न करे, इसलिए यह लोग उस पर बाकायदा होलोग्राम तक इस्तेमाल करते थे।

यूनिवर्सिटी और संस्थानों की फर्जी डिग्रियां और सर्टिफिकेट

आदेश यूनिवर्सिटी, बठिंडा, आईटीसी यूनिवर्सिटी, हिमाचल प्रदेश, आईके गुजराल पंजाब टेक्निकल यूनिवर्सिटी, जालंधर, बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी, झांसी, छत्रपति शाहू जी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ, गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज ऑफ एजुकेशन पंजाब गुरु काशी यूनिवर्सिटी तलवंडी साबो, हरियाणा काउंसिल ऑफ ओपन स्कूलिंग, सिक्किम यूनिवर्सिटी, काउंसिल ऑफ दि इंडियन स्कूल ऑफ सर्टिफिकेट ऑर्गेनाइजेशन, नई दिल्ली, मानव भारती यूनिवर्सिटी, सोलन, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड, मोहाली, पंजाब स्टेट बोर्ड ऑफ टेक्निकल एंड इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग चंडीगढ़ (लाला लाजपत राय कॉलेज ऑफ मोगा), पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला, स्वामी विवेकानंद सुभारती यूनिवर्सिटी, मेरठ पुलिस जांच में सामने आया है कि इस गिरोह का प्रमुख आनंद विक्रम गाजियाबाद का रहने वाला है।