मोहाली में रहने वाली आरज़ू बावा का लेफ्टिनेंट के पद पर चयन हुआ है। आरज़ू बावा ने शनिवार को ओटीए (ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडेमी ) चेन्नई में (इंडियन आम्र्ड फोर्स ) भारतीय सशस्त्र बल में अपनी ज्वाइनिंग दी है। लेफ्टिनेंट आरज़ू बावा ने 2018 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन की है और पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ से मई, 2020 में मास्टर्स डिग्री कम्पलीट की है।
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वहीं उनका परिवार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में पालमपुर के गांव घुग्गर से संबध रखता है। आरज़ू बावा के पिता कर्नल गुरप्रीत बावा ने ब्रिगेड ऑफ गॉर्ड में 35 वर्षों तक सशस्त्र बलों की सेवा की है। जबकि उनकी माता डीपीएस जयपुर में अध्यापिका हैं ।
हमेशा टॉपर रहने वाली आरजू ने 2014 में नैशनल स्कूल लेवल की कुकिंग कम्पीटिशन जीतें और उसे लंदन में अपने देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका भी मिला है। आरजू ने घुड़सवार और तैराकी की कई प्रतियोगिताओं में पुरस्कार जीते हैं। वह वर्ष 2014-15 में राजस्थान गर्ल्स बटालियन की बेस्ट एनसीसी कैडेट रहीं।
परिवार में ज्यादातर सदस्य आर्मी में
आरजू बावा के पिता रटायर्ड कर्नल गुरप्रीत बावा सेना में थे, इसलिए उनकी पढ़ाई कई स्कूलों में हुई। आरजू ने बचपन से ही सेना में जाने का मन बना लिया था। उनके चाचा दिलप्रीत बावा ने कई सालों तक वायु सेना में बतौर विग कमांडर सेवाएं दी। अभी वह स्पाइस जेट में बतौर एक पायलट हैं। नाना त्रिलोचन सिंह दिलावरी भी भारतीय वायुसेना में अफसर रह चुके हैं।