प्रमुख शख्सियतों के जीवन और दर्शन पर शोध करने के लिए गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी में पाँच चेयरें मानवता को समर्पित। रितिक कुमार अमृतसर,
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज कहा कि उनकी सरकार का ‘पंजाब मॉडल’ सभी के लिए मानक शिक्षा और रोज़गार के मौकों को यकीनी बनाने पर आधारित है।
आज यहां गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी कैंपस में भगवान वाल्मीकि जी, भाई जैता जी (बाबा जीवन सिंह), भगत कबीर जी, प्रसिद्ध शख्सियत और भारतीय संविधान के निर्माता डॉ. बी.आर. अम्बेडकर और सिख श्रद्धालु बाबा मक्खन शाह लुबाना के नाम से पाँच चेयरें समर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री ने अपने विचार पेश करते हुये शिक्षा को अच्छे जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि जब तक नौजवानों को मानक शिक्षा नहीं दी जाती, तब तक गरीबी से छुटकारा पाना संभव नहीं है। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि मुफ़्त शिक्षा की बजाय मानक और सस्ती शिक्षा को यकीनी बनाना समय की मुख्य ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पंजाब प्रत्येक की भलाई वाला राज्य है और मानक शिक्षा और सेहत तक सभी की बराबर पहुँच यकीनी बनाना सरकार की ज़िम्मेदारी और फ़र्ज़ बनता है। उन्होंने कहा कि आज के समय की ज़रूरत है कि समाज के हर वर्ग के गरीब और होनहार विद्यार्थियों को जीवन में सफलता हासिल करने का मौका मिले। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार आम लोगों की उचित मदद करने के मकसद के प्रति पूर्ण तौर पर वचनबद्ध है।
सिलेबस में ज़रूरी शोधों की बात करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि इसको समाज की मौजूदा ज़रूरतों के मुताबिक ढालने की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए यूनिवर्सिटियों को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि यह संस्थाएं उच्च शिक्षा के मंदिर हैं और इसलिए फीस ढांचे को तर्कसंगत बनाया जाना चाहिए जिससे शिक्षा को सभी तक आसानी से पहुँचाया जा सके।
इसके इलावा मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि उनकी सरकार ने यूनिवर्सिटियों को वित्तीय संकट में से निकालने के लिए पहले ही ज़रुरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी यूनिवर्सिटी, पटियाला को बड़ी राशि के रूप में ग्रांट दी जा चुकी है और गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी की भी मदद करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। हालाँकि, मुख्यमंत्री चन्नी ने यूनिवर्सिटी प्रशासन को अलग-अलग पाठ्यक्रमों की फ़ीसें घटाने के लिए भी उचित योजना बनाने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी, भाई जैता जी (बाबा जीवन सिंह), भगत कबीर जी, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर और बाबा मक्खन शाह लुबाना के नाम पर स्थापित की चेयरें हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए उनकेे महान जीवन और फलसफे के प्रसार के लिए सहायक सिद्ध होंगी। उन्होंने कहा कि भगवान वाल्मीकि जी, भाई जैता जी (बाबा जीवन सिंह), भगत कबीर जी, डॉ. बी.आर. अम्बेदकर और बाबा मक्खन शाह लुबाना के बारे व्यापक रूप में खोज कार्य हमारी आने वाली पीढ़ी के लिए उनकेे नक्शे-कदम पर चलने के लिए प्रकाश स्तंभ के तौर पर राह दिखाऐंगे। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि इससे शांतमयी और सदभावना वाले समाज की सृजन करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी कैंपस में संगीत अकैडमी स्थापित करने का भी ऐलान किया।
पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने संबोधन में यह चेयरें स्थापित करने के लिए मुख्यमंत्री की सराहना की। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि यह चेयरें आने वाली पीढ़ियों को अपने महान और अमीर विरासत से जुड़े रहने के लिए प्रेरित करेंगी। सिद्धू ने कहा कि यह चेयरें सिर्फ़ नाम की चेयरें नहीं हैं, बल्कि यह अपने-आप में संस्थाएं हैं।
पंजाब कांग्रेस के प्रधान ने पार्टी आलाकमान की भी सराहना की क्योंकि इस पार्टी ने आज़ादी के बाद राज्य को अनुसूचित जाति से सम्बन्धित पहला मुख्यमंत्री दिया है। उन्होंने कहा कि यह एक क्रांतिकारी कदम है जो कि बाबा साहब डा. बी.आर.अम्बेदकर की तरफ से समाजवाद के लक्ष्य को सही अर्थों में प्राप्त करने के लिए तैयार किये गए संविधान के अनुकूल है। सिद्धू ने कहा कि यदि सभी को समान मौके प्रदान किये जाएँ तो पंजाब सफलता की नयी इबारत लिखेगा।
अपने संबोधन में कैबिनेट मंत्री डॉ. राज कुमार वेरका ने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी के नेतृत्व अधीन पंजाब सरकार गरीबों की सेवा करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चन्नी की तरफ से गरीबों के बिजली और पानी के बिल माफ किये गए हैं, जिससे गरीब लोगों को बड़ी राहत मिली है।
इस मौके पर डा. एच.के. पुरी ने डा. बी.आर. अम्बेडकर के जीवन और प्राप्तियों के बारे अहम विचार पेश किये। डॉ. अमरजीत सिंह ने भाई जैता जी और संत कबीर जी के जीवन और योगदान पर रौशनी डाली डॉ. सरबजिन्दर सिंह ने बाबा मक्खन शाह लुबाना जी के जीवन और दर्शन के बारे ऐतिहासिक तथ्य पेश किये और डॉ. सुधा जतिन्दर ने भगवान वाल्मीकि जी के जीवन और शिक्षाओं पर प्रकाश डाला।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू, लोक सभा मैंबर गुरजीत औजला और मुहम्मद सदीक, पंजाब विधान सभा के डिप्टी स्पीकर अजायब सिंह भट्टी, विधायक हरमिन्दर सिंह गिल, इन्दरबीर बुलारिया, फतेहजंग सिंह बाजवा, गुरप्रताप सिंह अजनाला, बलविन्दर सिंह लाडी, तरसेम सिंह डी.सी. के इलावा यूनिवर्सिटी के उप कुलपति डा. जसपाल सिंह और अन्य भी उपस्थित थे।