शहर में पहली अप्रैल से पानी के दाम बढ़ने जा रहे हैं । वैसे तो प्रशासन ने 25 सितम्बर 2020 की नोटिफिकेशन को 31 मार्च 2022 तक होल्ड कर दिया था । तब प्रशासक की ओर से कोवीड की वजह से बड़े वाटर टैरिफ को 31 मार्च 2022 तक वापस लेने की बात कही गयी थी । भाजपा प्रशासित निगम की ओर से शहर में बढ़ाए तीन गुना वाटर टैरिफ का विरोध हो रहा था ।
इससे बचने के लिए भाजपा ने प्रशासन के जरिए 31 मार्च 2022 तक बड़े वोटर टैरिफ होल्ड करवा दिए थे ।अब निगम चुनाव हो चुके हैं इसलिए जनता की जेब पर डाल डाल दिया गया है।
निगम ने 30 दिसंबर 2019 की हाउस मीटिंग में वोटर टैरिफ 3 गुना बढ़ाने का एजेंडा पास किया था। फरवरी 2020 में स्पेशल मीटिंग कॉल करके भाजपा ने संशोधित टैरिफ का एजेंडा पास किया। इसे लोकल बॉडी के पास अप्रूवल के लिए भेजा गया जहां से रिजेक्ट हो गया । इसके बाद अगस्त की है उस मीटिंग में पानी के रेट को लेकर एजेंडा डिस्कस करके हाउस के पास किया गया। लोकल बॉडी की ओर से उसे दोबारा से हाउस में फरवरी 2021 में डिस्कस किया गया लेकिन बड़े रेट वापस नहीं हो सके। पिछले सप्ताह प्रशासन को एमसी ने दोबारा से पानी से होने वाले घाटे की डिटेल रिपोर्ट बनाकर भेजी थी। प्रशासक की अप्रूवल के बाद ही प्रशासन ने 25 सितंबर 2020 को संशोधित वोटर बायलॉज 2020 की अधिसूचना जारी की थी। इसके अनुसार 3 गुना वोटर टेरिफ बढ़ाए गए थे। इसका 2021 में कांग्रेस आम आदमी पार्टी और उस वक्त ने विरोध किया। निगम चुनाव दिसंबर 2021 में होने थे । भाजपा ने टेलर को 31 मार्च तक कॉल करने की मांग रखी थी।