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14 साल बाद मिले ट्रामा सेंटर को पूरा करने के निर्देश

  • केंद्र सरकार ने 2008 में दी थी मंजूरी

एडवांस रीजनल ट्रामा सेंटर का प्रोजेक्ट 14 साल से फंड और मंजूरी के कमी के कारण अटका पड़ा है । वर्ष 2008 में केंद्र सरकार ने सेक्टर-53 में नेशनल हाईवे रोड पर एडवांस रीजनल ट्रामा सेंटर बनाने के लिए जीएमसीएच-32 को मंजूरी दी थी। जीएमसीएच-32 हॉस्पिटल  के पूर्व दो डायरेक्टर प्रिसिपल ने भी इस प्रोजेक्ट को पूरा कराने का प्रयास किया। लेकिन प्रशासन हर बार फंड की कमी को लेकर प्रोजेक्ट को पूरा  नहीं कर पाया। स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने जीएमसीएच-32 की डायरेक्टर प्रिसिपल डा. जसबिदर कौर को इसका खाका तैयार करने के लिए कहा है।

300 बेड की व्यवस्था के साथ बनेगा एडवांस ट्रामा सेंटर

वर्ष 2008 में सेक्टर-53 में बनाए जाने वाले इस एडवांस ट्रामा सेंटर के लिए जीएमसीएच-32 को 10 एकड़ जमीन अलॉट की थी। इस ट्रामा सेंटर को नेशनल हाइवे पर घायल मरीजों को जल्द से जल्द उपचार प्रदान करने के लिए अलॉट किया गया था ,लेकिन फंड की कमी के कारण यह प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो पाया । यूटी इंजीनियरिग डिपार्टमेंट ने सेक्टर-53 में इस प्रोजेक्ट के लिए 10 एकड़ जमीन को एक्वायर कर चहारदीवारी तक की है।

स्वास्थ्य सचिव ने दिए प्रोजेक्ट को टेकअप कर पूरा करने के निर्देश

नई दिल्ली एम्स के पूर्व निदेशक डा. एमसी मिश्रा ने सेक्टर-53 में बनने वाले एडवांस ट्रामा सेंटर के लिए अपने नेतृत्व में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करवाई थी। तत्कालीन यूटी के एडवाइजर और स्वास्थ्य सचिव की मंजूरी के साथ इस डीपीआर को ट्रामा सेंटर के निर्माण के लिए बजट पास करवाने के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन प्रस्ताव भेजे जाने के बाद से इस प्रोजेक्ट की कई सालों से सुध नहीं ली गई। जीएमसीएच-32 की डायरेक्टर प्रिसिपल डा. जसबिदर कौर ने यह मुद्दा मौजूदा स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग के समक्ष उठाया। अब स्वास्थ्य सचिव ने इस प्रोजेक्ट को दोबारा टेकअप कर पूरा कराने के निर्देश दिए हैं।