- पीयू में लगा एग्जीबिशन
बॉर्डर पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए डीआरडीओ ने खास जूतों के साथ फुलबॉडी प्रोटेक्टर तैयार किए हैं । मुश्किल सिचुएशन में महिला सुरक्षा कर्मियों के बचाव के लिए रक्षा अनुसंधान एवं डीआरडीओ नई दिल्ली और चंडीगढ़ ने मिलकर खास फुलबाॅडी प्रोटेक्टर किट तैयार की है। इस किट के माध्यम से महिला सैनिकों को गर्दन से पैरों तक प्रोटेक्ट किया जाएगा ।
पंजाब यूनिवर्सिटी में पैरामिलिट्री फोर्सेस के लिए हाल के समय में बनाए विभिन्न खास उपकरणों का एग्जीबिशन 28 फरवरी तक पीयू के इवनिंग आडिटोरियम के बाहर जारी रहेगा।
मल्टीमोड हैंड ग्रेनेड हुए तैयार
साइंटिस्ट विजय सिंह ने बताया कि यह ग्रेनेड कई मायनों में खास है। ग्रेनेड का भार तो कम है ही साथ ही यह सैनिकों के लिए सुरक्षित भी है। इसकी मारक क्षमता ब्रिटिश समय के चल रहे हैंड ग्रेनेड से कहीं अधिक है। ग्रेनेड को जिस जगह फेंका जाएगा वहां पर आठ से दस मीटर के रेडियस में काफी नुकसान करेगा। इसे दो तरह से प्रयोग में लाया जा सकता है। कैलकुलेटेड रिस्क के साथ सैनिक इसे प्रयोग करेंगे। ट्रायल में इसके 99 फीसद अच्छे रिजल्ट मिले हैं। 2.50 लाख हैंड ग्रेनेड आर्मी को सप्लाई किए जा चुके हैं।
सैनिकों के लिए तैयार हुए कम्फर्टेबले शूज
सैनिकों को हथियारों और भारी सामान के साथ कई किलोमीटर पैदल सफर करना होता है ।डीआरडीओ ने सैनिकों की सुविधा के लिए काफी हल्के और कम्फर्टेबले शूज तैयार कर दिए हैं। सैनिकों द्वारा जो जूते डाले जाते हैं उनका भार कम से कम 1.5 किलो होता है ,लेकिन अब जो ख़ास जूते तैयार किए गए हैं उनका भार केवल 1 किलो है। साथ ही एग्जिहिबीशन में सैनिकों के लिए तैयार स्पेशल बैग को भी दर्शाया गया है। साथ ही सैनिकों के प्रयोग में आने वाली तमाम चीज़ों को एग्जीबिशन में दिखाया गया है ।