चंडीगढ़ में बिजली कर्मचारियों द्वारा हड़ताल का ऐलान कर दिया गया है । इस हड़ताल से पहले कर्मचारियों ने 15 फरवरी को सेक्टर 17 में धरना प्रदर्शन किया था । कर्मचारियों का कहना है कि मुनाफा होने के बावजूद भी प्रशाशन विभाग का निजीकरण कर रहा है । प्रशाशन के इसी फैंसले के विरोध में बिजली विभाग के कर्मचारी 21 फरवरी रात 12 बजे से 24 घंटो की हड़ताल पर जा रहे हैं ।
फासवेक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिट्टू का कहना है कि बिजली से प्रशासन को हर साल 200 करोड़ रुपये का फायदा हो रहा है। जो विभाग प्रॉफिट में है, उसका क्यों निजीकरण किया जा रहा है। इसके उलट, पानी की सप्लाई से नगर निगम को हर साल 100 करोड़ का नुकसान है ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि पानी की सप्लाई को निजी हाथों में दिया जाए।
बिजली फाल्ट पर करें इन् नंबर्स पर कॉल
ऐसे में अगर बिजली चली गई तो मुश्किल हो सकती है। हालांकि प्रशासन की ओर से इसका भी इंतजाम किया गया है ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो। बिजली फाल्ट आने पर शहर के लोग इन नंबरों पर कॉल कर सकते हैं।
सेक्टर-17 कंट्रोल रूम : 0172-2703242
सेक्टर-9 कंट्रोल रूम : 0172-2740475, 9779152283
नागरिक सुविधा केंद्र : 0172-4639999
प्रशाशन ने किया हाई कोर्ट के फैंसले का उलंघन
पावरमैन यूनियन के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि प्रशासन ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा 16 फरवरी 2021 को दिए फैसले का उल्लंघन किया है। हाईकोर्ट ने यह स्पष्ट निर्णय दिया था कि प्रशासन द्वारा किया गया कोई भी फैसला व कार्यवाही हाईकोर्ट द्वारा दिए जाने वाले अंतिम निर्णय पर निर्भर करेगी। प्रशासन ने इस आदेश की अनदेखी कर बिजली विभाग के निजीकरण के लिए जारी किए गए टेंडर के लिए वित्तीय बोली को खोल दिया। यूनियन का आरोप है कि केंद्र सरकार को अंधेरे में रखकर उस पर कैबिनेट की मुहर भी लगवा ली गई है, जो सीधे तौर पर कोर्ट की अवमानना है।