चंडीगढ़ में लैंड पुल्लिंग स्कीम को पूरा करने के लिए पंजाब की तरह लैंड पुलिंग स्कीम को नोटिफाई किया जाएगा । वैसे तो यहां के जमींदारों के पास कुछ ज्यादा जमीन नहीं हैं ,लेकिन फिर भी बची जमीन को डेवलपमेंट में यूज किया जाएगा।
लैंड पुलिंग के लिए बनेगा ड्राफ्ट
इसी संबंध में मंगलवार को एडवाइजर धर्मपाल ने अर्बन प्लानिंग व् बाकि डिपार्टमेंट्स के अफसरों के साथ मीटिंग की ।। अर्बन प्लानिंग डिपार्टमेंट के अफसरों को निर्देश दिए की लैंड पुल्लिंग ड्राफ्ट तैयार करें । इसमें सभी प्रवधान किए जाएं जिससे लैंड बैंक बने और मास्टर प्लान -2031 में शामिल डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स को पूरा किया जा सके। लैंड पुल्लिंग के जरिये गांवों की डेवल्पमेंट को लेकर भी जो प्रोजेक्ट आने हैं, उसपर भी सही तरिके से काम हो सकता है ।
पिछले साल भी हुई थी मीटिंग
एडवाइजर ने लैंड पुलिंग के लिए पिछले साल भी मीटिंग की थी ,लेकिन जमीन की कमी के कारण कुछ फाइनल नहीं हुआ था । प्रशाशन चंडीगढ़ में भी गमाडा की तरह एक ऑथोरिटी बनाना चाहता है। गमाडा की तर्ज पर चंडीगढ़ में ये अथॉरिटी ही प्रॉपर्टी लैंड पूलिंग या डवलपमेंट प्रोजेक्ट्स पर काम कर सके । फ़िलहाल चंडीगढ़ के कुछ गांव जैसे मलोया , धनास , सिरंगपुर और कैंबवाला की तरफ ही कुछ जमीन बची है। बाकि राज्यों में लैंड पूलिंग के लिए किसानों को जमीन के बदले रेजिडेंसियल प्लॉट्स फेर किए जाते हैं । ऐसा ही प्रावधान चंडीगढ़ में भी शामिल किया जा सकता हैं ।