कोरोना संक्रमण से बच्चों के बचाव को लेकर अच्छी खबर है । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 12 से 14 साल के बच्चों को 16 मार्च से कोरोना का टीका लगाया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्वीट करके कहा कि, सभी अभिभावक बच्चों का वैक्सीनेशन जरूर करवाएं।
बच्चों को लगेगी कार्बेवैक्स
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 12 से 14 साल तक के बच्चों को कार्बेवैक्स लगाई जानी है। इस वैक्सीन को बायोलॉजिकल ई कंपनी ने बनाया है। कार्बेवैक्स एक रिकॉम्बिंनेंट प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन है। यह कोरोना वायरस की सतह पर पाए जाने वाले प्रोटीन से बनी है। यह स्पाइक प्रोटीन ही वायरस को शरीर की कोशिकाओं में घुसने में मदद करता है। इसके बाद वायरस अपनी तादाद बढ़ाकर शरीर में संक्रमण फैलाना शुरू करता है। यह वैक्सीन को एमआरएनए और वायरल वैक्सीन की तरह केवल स्पाइक प्रोटीन को निशाना बनाती है, लेकिन तरीका अलग होता है। कार्बेवैक्स की भी दो डोज लगवानी होगी। इसे बनाने में कम लागत वाले तरीकों का इस्तेमाल हुआ है। इसलिए यह सबसे सस्ती वैक्सीनों में से एक होगी।
15 – 18 साल के 82.99 % बच्चों ने लगवाई वैक्सीन
15 – 18 साल एजग्रुप के बच्चों को 3 जनवरी से कोवाक्सिन लगनी शुरू हुई थी । इस एज ग्रुप के 72 हजार बच्चों को वैक्सीन लगाई जनि है । इसमें से अभी तक 59,752 बच्चों ने वैक्सीन की पहली डोज लगवा ली है । यानि 82.99 फीसदी बच्चे पहली डोज लगवा चुके हैं । दूसरी डोज 31,494 बच्चों ने लगवाई है , जो 43.74 फीसदी बनता है ।
वैक्सीन प्रोग्राम में और क्या नया ?
12 से 14 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू होने के अलावा अब सरकार ने 60 साल से ऊपर के सभी बुजुर्ग को वैक्सीन की तीसरी डोज या बूस्टर डोज भी लगाई जाएगी । सभी बुजुर्गों को 16 मार्च से ही बूस्टर डोज लगाई जाएगी । अभी तक 60 साल से ऊपर के उन बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाई जा रही थी , जो किसी भी गंभीर बीमारी से पीड़ित थे।