शुक्रवार को इलाज के दौरान एक युवक की सिविल अस्पताल, सेक्टर-6 पंचकूला में मौत हो गई। युवक के परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर द्वारा उपचार के दौरान गलत इंजेक्शन लगा दिया जिस कारन युवक कि मौत हो गयी। जिसके बाद परिजनों ने करीब चार घंटे तक अस्पताल में जमकर हंगामा किया। हालात संभालने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद युवक की मौत की असली वजह पता लगेगी। बहरहाल अस्पताल प्रबंधन ने जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है।
सकेतड़ी निवासी तरुण(22) के भाई अमन ने बताया कि तरुण को बुखार था। इमरजेंसी में जांच करने के बाद ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया और ओपीडी में डॉक्टर से जांच कराने के लिए भेज दिया। जब वह तरुण को ओपीडी में ले जा रहे थे तो रास्ते में ही उसे उल्टी हो गई और वह जमीन पर गिर पड़ा। घबराए हुए परिजन उसे फिर इमरजेंसी में ले गए, लेकिन तब तक तरुण दम तोड़ चुका था। उसके हाथ पांव नीले पड़ चुके थे।
जवान बेटे की मौत से परिजनों ने खोया आपा
गुस्साए परिजनों ने डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। परिजन इमरजेंसी में डॉक्टर के पास जाना चाहते थे। अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन हंगामा बढ़ा तोे पुलिस बुलानी पड़ी। संबंधित थाने के एसएचओ और अन्य पुलिस बल ने पहुंचकर हालात संभाले। परिजनों को पुलिस ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया और करीब साढे़ चार बजे परिजनों को पोस्टमार्टम के लिए राजी किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह सामने आएगी।