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पंजाब में किसानों के विरोध पर भी भाजपा चुनाव में उतरने को तैयार

  • पंजाब में भाजपा निकाय चुनाव लडऩे को तैयार, उतारे अपने उम्मीदवार

पंजाब में किसान आंदोलन के कारण विरोध झेल रही भाजपा ने स्थानीय निकाय चुनाव में 1235 उम्मीदवार मैदान उतारने का फैंसला किया हैं। अब भी शुक्रवार को नाम वापसी लेने का अंतिम दिन है। इसके बाद ही स्पष्ट पता चल पाएगा लेकिन 2308 वार्ड के लिए होने वाले चुनाव में भाजपा की ओर से 1235 सीटों पर अपने चुनाव चिन्ह पर उम्मीदवार उतारने से साफ है कि किसान आंदोलन का विरोध झेल रही भाजपा में निराशा नहीं है। उसके कार्यकर्ता इतने विरोध के बावजूद मैदान में उतर गए हैं।

हालांकि इससे पहले स्थानीय निकाय चुनाव में राज्य में शिअद के साथ गठबंधन होने के कारण केवल 20 फीसद सीटों पर ही अपने उम्मीदवार खड़े करती रही थी वहीं ज्यादातर सीटों पर अकाली दल ही लड़ता रहा है। अगर देखा जाएं तो मोहाली नगर निगम के लिए पिछले चुनाव में भाजपा ने 50 में से 14 सीटें लड़ी थीं, लेकिन इस बार पार्टी ने 49 उम्मीदवार खड़े किए हैं। ऐसी ही हालत अन्य जगहों में नगर निगमों में भी है।

होशियारपुर में 33 की जगह 50, बठिंडा में 19 की जगह 40 और अबोहर में 33 की जगह 50 सीटों पर भाजपा ने इस बार अपने उम्मीदवार उतारे हैैं।
जीरकपुर जहां हिंदू आबादी के इलाके हैं वहां भी पार्टी मात्र 10 वार्डों में ही अपने उम्मीदवार उतारती रही है, लेकिन इस बार 28 सीटें लड़ रही है। ऐसे ही खरड़ में 7 की जगह 27 सीटों पर भाजपा चुनाव लडऩे के लिए उतार रही है।
वहीं राजनीति के जानकारों की मानें तो निकाय चुनाव लडऩा तो एक बहाना है। दरअसल, भाजपा की नजर पूरी तरह से 2022 के चुनाव पर टिकी है, लेकिन उन चुनाव में अकेले अपने दम पर उतरने से पहले पार्टी अपने आपको आंकना चाहती है।

पार्टी के प्रदेश महासचिव डा. सुभाष शर्मा ने बताया कि शिअद के साथ गठबंधन के कारण पार्टी अपना प्रसार नहीं कर सकी। पिछले ढ़ाई दशक से हमने गठबंधन में अपनी सीटें बढ़वाईं, जिस कारण बहुत से क्षेत्रों में पार्टी का काडर होते हुए भी वह हमारे लिए काम नहीं कर सका। अब पार्टी के पास एक मौका है। उन्होंने बताया कि बेशक तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान हमारा विरोध कर रहे हैं। अगर नए कानूनों में किसानों को नुकसान पहुंचाने वाले लग रहे हैैं तो उनमें संशोधन को सरकार तैयार है। उन्होंने बताया कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस और वामपंथी दल आंदोलन को खत्म ही नहीं होने देना चाहते। वह लगातार किसानों को हमारे खिलाफ भडक़ा रहे हैं, लेकिन हमें जनता देख रही है और सही समय आने पर वह इसका जवाब देगी।