- लाकडाउन में सीखी शूटिंग, अब जीते गोल्ड मेडल
कोरोना महामारी के बाद पहली बार चंडीगढ़ में स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप करवाई गई जिसमें कई शूटर्स ने हिस्सा लिया, लेकिन सेक्टर-33 की एक फैमिली ऐसी भी थी जिसने पहली बार किसी इवेंट में एकसाथ हिस्सा लिया और फैमिली ने गोल्ड मेडल भी जीता। पिता सुनील चौधरी ने बताया कि अपनी बेटे और बेटी को लाकडाउन के दौरान एक महीने में ही शुटिंग की ट्रेनिंग दी। दोनों इस गेम से इतना लगाव दिखाया कि एक महीने में गेम समझ गए।
फैमिली मैंबर्स..
1. बेटा-सोमिल चौधरी- उम्र -11 साल
सोमिल ने लॉकडाउन में पहली बार अपने पिता के साथ एक महीने में शूटिंग सीखी और सब-यूथ कैटेगरी कंपीटिशन में पहली बार पार्टिसिपेट किया था। भवन विद्यालय के 5वीं क्लास के स्टूडेंट ने एयर पिस्टल इवेंट में निशाना साधा और 400 में से 352 अंक लगाकर गोल्ड मेडल जीता।
2. शिखा चौधरी-उम्र-14 साल
शिखा सेक्रेड हार्ट की स्टूडेंट ने भी पहली बार लॉकडाउन में शूटिंग की बारीकी सीखी। उसने भी सब-जूनियर यूथ कैटेगरी में पहली बार हिस्सा लिया और दो इवेंट में गोल्ड मेडल जीते। 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल में उन्होंने 300 में से 282 अंक लगाकर रिकॉर्ड के साथ गोल्ड जीता। वहीं एयर पिस्टल में उन्होंने 400 में से 359 अंक लगाकर दूसरा गोल्ड हासिल किया।
3. सुनील चौधरी-उम्र-45 साल-अनुभव-10 साल
सुनील पिछले 10 सालों से शूटिंग कर रहे हैं और इस बार भी उन्होंने मेडल हासिल किया।
इससे पहले कई बार स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में बेस्ट शूटर का टाइटल जीत चुके हैं। यहां पर उन्होंने सीनियर फ्री-पिस्टल इवेंट में हिस्सा लिया और सिल्वर अपने नाम किया।