नाडा इंडिया फाउंडेशन दिल्ली के सौजन्य से तम्बाकू निषेध कार्यक्रम के अवसर पर प्रदेश स्तरीय ऑनलाइन प्रतियोग्यताओं का आयोजन किया गया। जिसमें पोस्टर मेकिंग ओर स्लोगन मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रदेश समन्वयक हरियाणा अक्षय शर्मा ने बताया कि प्रदेश में तम्बाकू के दुष्प्रभावों को रोकने लिये आयोजन किया गया है जिसमें खुशहाली क्लब के युवाओं के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाना है ।
उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से तम्बाकू का सेवन समाज को खोखला कर रहा है जो कि धीरे धीरे समाज में गम्भीर परिणाम दे रहा है । पल्लवी वात्स्यान प्रोजेक्ट डायरेक्टर नाडा इंडिया फाउंडेशन ने बताया कि ये प्रतियोगिता का आयोजन करने का मुख्य उद्देश्य युवाओं को इस भीषण समाजिक बुराई के खिलाफ जागरूक करना है
वहीं इस प्रतियोगिता में पोस्टर में पहला स्थान आयुष झा (डी ए वी झारखंड) दूसरा स्थान प्राची (आशियाना फाउंडेशन पंचकूला) तीसरा स्थान तानिया (एम डी डी बाल भवन, करनाल) को मिला । इस प्रतियोगिता में करीब 200 लोगोंं ने भाग लिया था।
आप को बता दें तंबाकू के सेवन से भारत में हर साल 13 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती है। तंबाकू कंपनियां वैश्विक तंबाकू महामारी का मुख्य कारण बनी हुई हैं और तंबाकू के उपयोग को कम करने में अधिक प्रगति के लिए मुख्य बाधाएं हैं। तंबाकू के उपयोग के विनाशकारी परिणामों से वर्तमान और भविष्य की पीढय़िों को बचाने के लिए मजबूत और लगातार सरकारी कार्रवाई की आवश्यकता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2021 के अवसर पर एक राष्ट्रीय वेबिनार पर सुनील वात्स्यायन, अध्यक्ष नाडा इंडिया फाउंडेशन व एस के नायर, अध्यक्ष, नागरिक कल्याण संघ पंचकूला ने बताया कि वे सरकार को उन नीतियों को अपनाने के लिए प्रेरित करते हैं जो युवाओं को तंबाकू का उपयोग करने से रोकते हैं और तंबाकू उपयोगकर्ताओं को छोडऩे के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
इनमें तंबाकू करों में वृद्धि, 100 प्रतिशत धूम्रपान मुक्त सार्वजनिक स्थान, तंबाकू के विज्ञापन पर प्रतिबंध और उल्लंघन के लिए दंड में वृद्धि शामिल है। कोरोना वायरस से होने वाली मौतों को कम करने के लिए कोविड-19 परिदृश्य के दौरान तंबाकू पर प्रतिबंध पर जोर देने की मांग की गई थी।
युवाओं को किसी भी तंबाकू उत्पादों का उपयोग करने से रोकने और उपयोगकर्ताओं को छोडऩे के लिए प्रेरित करने के लिए यह कभी भी अधिक महत्वपूर्ण नहीं रहा है। हमारे फेफड़ों को अभी और भविष्य में स्वस्थ बनाने के लिए कोरोनावायरस महामारी को एक वेक-अप कॉल के रूप में काम करना चाहिए